नई दिल्ली। जहांगीरपुर में हनुमान जन्मोत्सव के जुलूस पर हुए हमले को लेकर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है. थाने के पुलिस अधिकारी राजीव रंजन सिंह द्वारा प्राथमिकी में बताई गई कहानी के अनुसार जुलूस के जामा मस्जिद के पास पहुंचते ही कुछ लोगों ने बहस शुरू कर दी. बहस इतनी बढ़ गई कि […]
नई दिल्ली। जहांगीरपुर में हनुमान जन्मोत्सव के जुलूस पर हुए हमले को लेकर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है. थाने के पुलिस अधिकारी राजीव रंजन सिंह द्वारा प्राथमिकी में बताई गई कहानी के अनुसार जुलूस के जामा मस्जिद के पास पहुंचते ही कुछ लोगों ने बहस शुरू कर दी. बहस इतनी बढ़ गई कि पथराव शुरू हो गया, जिसके बाद हिंसा भड़क गई.
प्राथमिकी में बताया गया है- थाना जहांगीरपुरी क्षेत्र में हनुमान जन्मोत्सव का जुलूस निकाला जा रहा था. जुलूस शनिवार शाम 04:15 बजे जहांगीरपुरी से शुरू हुआ, जो बीजेआरएम अस्पताल रोड, बीसी मार्केट, कुशाल चौक होते हुए महेंद्र पार्क में समाप्त होना था. जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा था.
शाम करीब छह बजे जैसे ही शोभायात्रा जामा मस्जिद के पास पहुंची तो अंसार नाम का शख्स अपने 4-5 साथियों के साथ आया और जुलूस में शामिल लोगों से बहस करने लगा. विवाद बढ़ने पर दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया, जिससे जुलूस में भगदड़ मच गई.
हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को पथराव रोकने व शांति बनाए रखने के लिए राजी करने के बाद अलग कर दिया. कुछ देर बाद अचानक दोनों ओर से नारेबाजी और पथराव शुरू हो गया. स्थिति को बिगड़ता देख पुलिस बल को बुलाया गया.
पुलिस की बार-बार गुहार लगाने के बाद भी एक पक्ष पथराव करता रहा. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए 40-50 आंसू गैस के गोले दागे. भीड़ ने पुलिस पर फायरिंग और पथराव किया. थाना जहांगीरपुरी के एसआई मेदालाल के बाएं हाथ में गोली लगी है. पथराव में 6-7 पुलिसकर्मी और एक नागरिक को गंभीर चोटें आई हैं. दंगाइयों ने स्कूटी में आग लगा दी और 4-5 वाहनों में तोड़फोड़ की. बदमाशों ने जुलूस पर तो हमला किया ही, निजी संपत्ति को भी आग के हवाले कर दिया. प्राथमिकी दर्ज कराने वाले सब-इंस्पेक्टर राजीव रंजन ने बताया कि हंगामे में वह भी घायल हो गए.
जांच अधिकारी जहांगीरपुरी थाने के सब इंस्पेक्टर राजेश ने बताया कि जब वह मौके पर पहुंचे तो वहां पत्थर, टूटी बोतलें, क्षतिग्रस्त वाहन पड़े थे. लोगों से पूछताछ में पता चला है कि हंगामे में कई लोग घायल हुए हैं, जिनका निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है.