September 30, 2024
  • होम
  • देश-प्रदेश
  • केजरीवाल के फैसले पर दिल्ली पुलिस का ऐतराज, तीन बजे तक बार को खोलने पर जताई असहमती
केजरीवाल के फैसले पर दिल्ली पुलिस का ऐतराज, तीन बजे तक बार को खोलने पर जताई असहमती

केजरीवाल के फैसले पर दिल्ली पुलिस का ऐतराज, तीन बजे तक बार को खोलने पर जताई असहमती

  • Google News

दिल्ली पुलिस : दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग ने शहर के रेस्तरां और बार को सुबह 3 बजे तक चालू रखने की अनुमति देने के लिए रेस्तरां की मांग पर सहमत हो गया था. जबकि दिल्ली पुलिस ने दिल्ली के रेस्टोरेंट्स बार को सुबह के 3 बजे तक खोलने के आग्रह को ठुकरा दिया है. जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने 3 बजे तक बार खोलने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह कानून और व्यवस्था के मुद्दों को बढ़ाएगा.

सिसोदिया ने राजस्व बढ़ाने की सिफारिश की थी

दिल्ली पुलिस की लाइसेंस ब्रांच से दिल्ली में बार चलाने के लिए परमिट लेना होता है, जबकि दिल्ली सरकार के आबकारी विभाग से शराब का परमिट और नागरिक एजेंसी से ट्रेड लाइसेंस लेना पड़ता है. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने पिछले साल सितंबर में आबकारी आयुक्त की अध्यक्षता में गठित एक समिति ने राजस्व बढ़ाने के लिए सिफारिश की थी. जिसके बाद रेस्तत्रों बार का समय रात 1 बजे से 3 बजे तक खुलने का सुझाव दिया था.

दो घंटे ज्यादा खोलने की दें अनुमति

बता दें कि आबकारी विभाग का भी प्रभार संभालने वाले मनीष सिसोदिया ने इस महीने की शुरुआत में रेस्टोरेंट के मालिकों ने आग्रह के बाद, अधिकारियों से कहा था कि वे वर्तमान रात 1 बजे के अलावा और दो अतिरिक्त घंटे के लिए बार खोलने की अनुमति दें. खबरों कि मुताबिक दिल्ली पुलिस की लाइसेंसिंग टीम ने सभी 15 जिलों को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर उनकी राय मांगी थी लेकिन सभी जिलों ने इस प्रस्ताव पर असहमति जताई. दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “दिल्ली में कानून और व्यवस्था के कई मुद्दे हैं, विरोध-प्रदर्शन, नियमित अपराध, वीवीआईपी व्यक्तियों की सुरक्षा, ट्रैफिक और सबसे महत्वपूर्ण, महिला सुरक्षा शामिल हैं. रेस्टोबार का समय बढ़ाने से पुलिस पर अतिरिक्त भोज पड़ेगा और ट्रैफिक पर भी असर पड़ेगा.

सही योजना की तैयारी की जरुरत- पुलिस

गौरतलब है कि वर्तमान में, केवल कुछ पांच सितारा होटलों में स्थित बार को ही 24 घंटे संचालित करने की अनुमति है. एक और पुलिस अधिकारी ने कहा, इस योजना को लागू करने के लिए न केवल पुलिस बल्कि अन्य हितधारकों को भी नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर सोचना चाहिए. इसे लागू करने से पहले एक सही ढ़ंग से योजना बनाए जाने कि जरूरत है.

यह भी पढ़े-

यूपी के इतिहास का सबसे बड़ा बजट पेश, जानिए खास बातें, कहां कितना खर्च हो रहा है पैसा ?

Tags

विज्ञापन

शॉर्ट वीडियो

विज्ञापन

लेटेस्ट खबरें

विज्ञापन
विज्ञापन