Arvind Kejriwal Slapped Video Delhi Police Security Failure: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक रोड शो के दौरान सुरेश नाम के शख्स ने थप्पड़ जड़ दिया. दिल्ली के मोती नगर में आम आदमी पार्टी के लोकसभा चुनाव प्रचार का रोड शो कर रहे केजरीवाल की गाड़ी पर यह शख्स चढ़ा और केजरीवाल को थप्पड़ मार दिया. यह पहला मौका नहीं है जब केजरीवाल पर हमला हुआ है. केजरीवाल की सुरक्षा में चूक दिल्ली पुलिस की नाकामी के तौर पर हर हमले के साथ सामने आती रही है.
नई दिल्ली. दिल्ली देश की राजधानी है. देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति से लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री तक यहीं रहते हैं. लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सुरक्षा में दिल्ली पुलिस बार-बार नाकाम साबित हुई है. शनिवार को दिल्ली के मोती नगर में अरविंद केजरीवाल चुनाव प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी के लिए एक रोड शो कर रहे थे. इसी दौरान एक युवक उनके खुले वाहन पर चढ़ गया और केजरीवाल को थप्पड़ मार दिया. इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता उसने अरविंद केजरीवाल को एक जोरदार थप्पड़ मारा. यह पहली बार नहीं है जब केजरीवाल की सुरक्षा में चूक हुई है. इससे पहले भी कई बार उन पर जूते, चप्पल, स्याही, अंडों, मिर्च पाउडर से हमला हो चुका है. बार-बार दिल्ली पुलिस पर केंद्र सरकार के नियंत्रण का सवाल उठाने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का एक के बाद एक कई बार हमलों में थप्पड़ खाना दिल्ली पुलिस के निकम्मेपन पर सवाल उठाता है कि जो अपने सीएम की सुरक्षा नहीं कर सकती वो आम आदमी की सुरक्षा क्या करेगी.
दिल्ली में 12 मई को लोकसभा चुनाव के वोटिंग होनी है. चुनाव प्रचार जोरों पर है. सभी दलों के नेता रोड शो और जनसभा के माध्यम से जनता के बीच वोट मांगने पहुंच रहे हैं. अरविंद केजरीवाल भी चुनाव प्रचार के लिए दिल्ली के मोतीनगर में रोड शो कर रहे थे. इसी दौरान एक शख्स जिसकी पहचान कैलाश पार्क के निवासी सुरेश कुमार के तौर पर हुई है वह उनकी गाड़ी पर चढ़ता है और उन्हें थप्पड़ मार देता है. इसके बाद उसका संतुलन बिगड़ जाता है और वह गाड़ी से नीचे कूद जाता है. अरविंद केजरीवाल पर आए दिन हमले होते रहे हैं. कुछ दिनों पहले दिल्ली सचिवालय में एक आदमी ने केजरीवाल पर मिर्च पाउडर से हमला किया था. 2014 में भी चुनाव प्रचार के दौरान एक ऑटो ड्राइवर ने अरविंद केजरीवाल को थप्पड़ मारा था.
#WATCH: A man slaps Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal during his roadshow in Moti Nagar area. (Note: Abusive language) pic.twitter.com/laDndqOSL4
— ANI (@ANI) May 4, 2019
दिल्ली के डिप्टी सीएम और अरविंद केजरीवाल के सबसे करीबी आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने अरविंद केजरीवाल पर थप्पड़ हमले पर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पर केजरीवाल की हत्या करवाने का सवाल उठाया है. सिसोदिया ने एक ट्वीट करके कहा है- क्या मोदी और अमित शाह अब केजरीवाल की हत्या करवाना चाहते हैं. सिसोदिया ने आगे लिखा है कि 5 साल पूरी ताकत लगाकर भी जब ये लोग केजरीवाल का मनोबल नहीं तोड़ सके, चुनाव में नहीं हरा सके तो केजरीवाल को रास्ते से हटाने के लिए कायरों की तरह हमले करवा रहे हैं. सिसोदिया ने आखिरी में लिखा है कि ये केजरीवाल ही तुम्हारा काल है.
क्या मोदी और अमित शाह अब केजरीवाल की हत्या करवाना चाहते हैं?
5 साल सारी ताक़त लगाकर जिसका मनोबल नहीं तोड़ सके, चुनाव में नहीं हरा सके..अब उसे रास्ते से इस तरह हटाना चाहते हो कायरो!ये केजरीवाल ही तुम्हारा काल है.
— Manish Sisodia (@msisodia) May 4, 2019
आम आदमी पार्टी के कई समर्थक और नेता इस हमले के लिए बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं और कह रहे हैं कि दिल्ली में लोकसभा चुनाव में हार से डरी बीजेपी हताशा में इस तरह के हमले करवा रही है. आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने एक कविता की पंंक्ति ट्वीटर पर डाली है जो इस तरह है- ये जो तुम्हारे हाथ में पत्थर, छुरी और बेंत है, ये सब तुम्हारी हार के संकेत हैं.
ये जो तुम्हारे हाथ में पत्थर, छुरी और बेंत है,
ये सब तुम्हारी हार के संकेत हैं…— Ankit Lal 🏹 (@AnkitLal) May 4, 2019
राजनीति से इतर अरविंद केजरीवाल पर दिल्ली में ये हमले दिल्ली पुलिस पर गंभीर सवाल खड़ा करते हैं. आखिर देश की सर्वश्रेष्ठ पुलिस फोर्सेज में गिनी जाने वाली दिल्ली पुलिस इतनी निकम्मी कैसे हो गई कि दिल्ली के मुख्यमंत्री तक की सुरक्षा नहीं कर पा रही है. थप्पड़ मारने वाले शख्स के हाथ में कोई हथियार भी हो सकता था. यह हमला जानलेवा हमला भी हो सकता था. आखिर जिस शख्स का हाथ दिल्ली के मुख्यमंत्री के गाल तक पहुंच सकता है वो कुछ भी कर सकता था. यह स्थिति निश्चित तौर पर दिल्ली पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्न खड़े करती है. दिल्ली के मुख्यमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस के हवाले है. ऐसे में उनकी सुरक्षा में हुई इस चूक का जवाब दिल्ली पुलिस को देना होगा.
हाल के दिनों में विरोधियों पर फिजिकल हमले करवाना, विपक्षी नेताओं की रैली में किसी दूसरी पार्टी और नेता के समर्थन में नारेबाजी करवाना एक नई तरह की राजनीति का पर्याय बन चुका है. लेकिन पुलिस अगर नेताओं की सुरक्षा में नाकाम है तो ये पुलिस के साथ-साथ राजनीतिक संस्कृति की नाकामी है जिसके लिए वो पार्टी और उसके नेता जिम्मेदार हैं जिनके भी कार्यकर्ता और समर्थक विरोधी पार्टी के नेता पर इस तरह के हमले करते हैं. राजनीति में वोट ही सबसे बड़ा हथियार है जिसका इस्तेमाल किसी को हटाने या लाने के लिए करना चाहिए. थप्पड़, जूते, स्याही फेंक राजनीति असल में राजनीति नहीं, गुंडागर्दी है.