एनजीटी ने कहा इस तरह के आपातकालीन इस्तिति में केवल पानी का छिड़काव ही काबू ला सकता है इसके अलावा कुछ और नही
नई दिल्ली: दिल्ली में ऑड-ईवन पर सुनवाई करते हुए शनिवार को एनजीटी ने ऑड-ईवन को सशर्त मंजूरी दे दी. इस दौरान एनजीटी ने दिल्ली सरकार को जमकर झाड़ भी लगाई. एनजीटी ने कहा है कि दिल्ली में जब-जब PM 10 जब-जब 500 से और PM 2.5 जब 300 से ज्यादा हो तब-तब ऑड-ईवन लागू होगा. एनजीटी ने दिल्ली सरकार से पूछा कि आपने ऑड-ईवन को लेकर क्या स्टडी की ? साथ ही दिल्ली सरकार से ये भी पूछा कि आपने इतने महीने से क्या किया जब दिल्ली में प्रदूषण बढ़ रहा था. एनजीटी ने दिल्ली सरकार से कहा कि किस आदेश के तहत और उसमें क्या शर्त है वो आदेश की कॉपी या पत्र की कॉपी हमें दें. दिल्ली सरकार से एनजीटी ने ये भी सवाल पूछा कि ऑड-ईवन लागू करने का फैसला करने का फैसला लेने से पहले क्या एलजी की सहमति ली गई?
दिल्ली सरकार से एनजीटी ने ये भी पूछा कि जब PM 2.5 जब 300 से ज्यादा था तब आपने ओड इवन लागू क्यों नही किया? इसपर दिल्ली सरकार ने कहा कि पिछले तीन महीनों में कभी भी 48 घंटे से ज्यादा PM 2.5 300 से ज्यादा नहीं गया. इसपर एनजीटी ने कहा कि अगर 24 घंटो तक प्रदूषण रहता है और वो अपराध नहीं है और उसके बाद अगर 48 घंटे तक प्रदूषण रहता है तो वो अपराध कैसे है ? एनजीटी ने दिल्ली सरकार को फटकार लगाई पूछा 48 घंटो का माजरा माजरा क्या है? एनजीटी ने डीपीसीसी को फटकार लगाई कहा आप ये कहना चाहते है कि 12 अगस्त से 23 अक्टूबर के बीच PM 10 केवल 100 था?
एनजीटी ने दिल्ली सरकार को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि आपको पता है कि एक दिन में आदमी कितनी बार सांस लेता है? एनजीटी ने कहा कि प्रदूषण को कम करने के लिए जो आदेश दिए थे उसको लागू करने में सरकार पूरी तरह नाकाम रही है.