नई दिल्ली: ईडी ने गुरुवार रात दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को शराब नीति घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया. ईडी की टीम ने केजरीवाल के घर पहुंचकर पहले उनसे 2 घंटे तक पूछताछ की, इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी करने से पहले ईडी ने इस मामले में पूछताछ के लिए केजरीवाल को […]
नई दिल्ली: ईडी ने गुरुवार रात दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को शराब नीति घोटाला मामले में गिरफ्तार कर लिया. ईडी की टीम ने केजरीवाल के घर पहुंचकर पहले उनसे 2 घंटे तक पूछताछ की, इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी करने से पहले ईडी ने इस मामले में पूछताछ के लिए केजरीवाल को 9 बार समन जारी किया था. हालांकि, वे जांच एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हुए थे. अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी से सुरक्षा देने की मांग की थी, लेकिन अदालत ने राहत देने से इनकार कर दिया.
बता दें कि दिल्ली विधानसभा के स्पीकर रामनिवास गोयल ने कहा है कि गिरफ्तारी के बाद अरविंद केजरीवाल सीएम पद से इस्तीफा नहीं देंगे. लेकिन अगर केजरीवाल इस्तीफा देते हैं तो कौन उनकी जगह ले सकता है? आइए जानते हैं…
मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल सरकार की बागडोर अगर किसी नेता ने संभाली तो वो हैं आतिशी मार्लेना. अरविंद केजरीवाल आतिशी पर काफी भरोसा करते हैं. वो कालकाजी विधानसभा सीट से विधायक हैं और राज्य सरकार में शिक्षा और वित्त मंत्री हैं. आतिशी पॉलिटिकल बैकग्राउंड से नहीं आतीं. दिल्ली की राजनीति में अभी वो नई-नई हैं. ऐसे में केजरीवाल उन्हें मुख्यमंत्री बना जेल से ही सीएम दफ्तर पर अपनी पकड़ बरकरार रख सकते हैं. बता दें कि अगर आतिशी सीएम बनती हैं तो फिर वो राज्य की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनेंगी. उनसे पहले शीला दीक्षित और सुषमा स्वराज दिल्ली की सीएम रह चुकी हैं.
दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, शहरी विकास और जल मंत्री की जिम्मेदारी निभाने वाले सौरभ भारद्वाज भी दिल्ली के अगले सीएम बनने की रेस में शामिल हैं. सौरभ अरविंद केजरीवाल के साथ आम आदमी पार्टी की स्थापना के वक्त से जुड़े हैं. वे इस वक्त ग्रेटर कैलाश से विधायक हैं. उनकी गिनती अरविंद केजरीवाल के करीबी नेताओं में होती है. अगर केजरीवाल इस्तीफा देते हैं तो वो सौरभ को दिल्ली के सीएम की कुर्सी पर बिठा सकते हैं.
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद जिन AAP नेताओं के दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री बनने की संभावना जताई जा रही है, उनमें राघव चड्ढा का नाम भी शामिल है. पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट राघव आम आदमी पार्टी के सबसे मुखर चेहरों में शामिल हैं. केजरीवाल से उनकी नजदीकी किसी से छिपी नहीं है. चड्ढा 2020 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली की राजेंद्रनगर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे. इसके बाद पंजाब में मिली जीत के बाद उन्हें पार्टी ने राज्यसभा भेज दिया. फिलहाल वो संजय सिंह की गैर-मौजूदगी में राज्यसभा में AAP के नेता सदन के पद पर हैं.