नई दिल्ली। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड चार दिवसीय दौरे पर भारत आए हुए हैं. प्रचंड के साथ उनकी बेटी गंगा समेत करीब 50 लोग बुधवार शाम भारत पहुंचे. इस बीच आज नेपाली पीएम नई दिल्ली स्थित बापू की समाधिस्थल राजघाट पहुंचे. यहां उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद […]
नई दिल्ली। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड चार दिवसीय दौरे पर भारत आए हुए हैं. प्रचंड के साथ उनकी बेटी गंगा समेत करीब 50 लोग बुधवार शाम भारत पहुंचे. इस बीच आज नेपाली पीएम नई दिल्ली स्थित बापू की समाधिस्थल राजघाट पहुंचे. यहां उन्होंने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद प्रचंड ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है. दोनों नेताओं की मुलाकात हैदराबाद हाउस में हुई है.
#WATCH | Nepal Prime Minister Pushpa Kamal Dahal ‘Prachanda’ lays a wreath at the Rajghat in Delhi and pays tribute to Mahatma Gandhi.
Nepal PM is on his four-day official visit to India. pic.twitter.com/0KXYxtrmWq
— ANI (@ANI) June 1, 2023
बुधवार दोपहर को दिल्ली पहुंचने के कुछ घंटे बाद प्रचंड ने नेपाली दूतावास में एक कार्यक्रम में कहा कि दोनों पक्ष समग्र संबंधों को विस्तार करने के इच्छुक हैं. उन्होंने संकेत दिया कि पीएम मोदी से बातचीत के बाद कई समझौते होने की संभावना है.
इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने प्रचंड के साथ अलग से मुलाकात की और भारत-नेपाल संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की. बैठक में विदेश सचिव विनय क्वात्रा भी मौजूद थे. नेपाली प्रधानमंत्री ने दूतावास के कार्यक्रम में कहा कि हम दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. प्रचंड के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी भारत आया है.
बता दें, द्विपक्षीय वार्ता बाद पीएम प्रचंड शुक्रवार को इंदौर के लिए रवाना होंगे. इसी दिन पीएम अपनी पुत्री गंगा और प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों के साथ वह महाकाल के दर्शन करने उज्जैन जाएंगे. वापसी के दौरान प्रचंड टीसीएस और इंफोसिस के विशेष आर्थिक क्षेत्र का भी जायजा लेंगे.
नेपाल के प्रधानमंत्री अपनी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात करेंगे. नेपाल को नई दिल्ली के लिए एक महत्वपूर्ण देश माना जाता है क्योंकि यह पांच भारतीय राज्यों- सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के साथ 1,850 किलोमीटर से अधिक की सीमा साझा करता है। नेपाल माल ढुलाई और सेवाओं के लिए भारत पर बहुत अधिक निर्भर करता है.