नई दिल्ली। पर्वतीय क्षेत्रों से चल रही बर्फीली हवा से दिल्ली-एनसीआर में पारा लुढ़क गया है। रविवार इस सीजन का सबसे सर्द दिन रहा। इस दौरान दिन के समय तापमान 23.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। जो की सामान्य से एक डिग्री कम है। वहीं अगर 10 दिसंबर की बात करें तो 12 साल बाद सबसे […]
नई दिल्ली। पर्वतीय क्षेत्रों से चल रही बर्फीली हवा से दिल्ली-एनसीआर में पारा लुढ़क गया है। रविवार इस सीजन का सबसे सर्द दिन रहा। इस दौरान दिन के समय तापमान 23.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। जो की सामान्य से एक डिग्री कम है। वहीं अगर 10 दिसंबर की बात करें तो 12 साल बाद सबसे सर्द दिन रहा है। इससे पहले 10 दिसंबर को दिल्ली का अधिकतम तापमान 2011 में 23 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दिनों में रात में पारा लुढ़केगा। साथ ही दिन के समय में भी तापमान में गिरावट हो सकती है, लेकिन सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के बाद पर्वतीय क्षेत्रों पर अच्छी बरसात व बर्फबारी हो सकती है जिससे मैदानी क्षेत्रों में भी इसका प्रभाव देखने को मिलेगा।
मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को दिल्ली में 8 से 18 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर, उत्तर-पश्चिमी दिशा की ओर से ठंडी हवा चली। सोमवार को भी इसी दिशाओं से ठंडी हवा चलने की संभावना है। ऐसा माना जा रहा है कि ठंडी हवा की वजह से तापमान में गिरावट हो सकती है। सोमवार को दिन में आसमान साफ रहेगा। जबकि सुबह हल्का कोहरा छाया रह सकता है। इस दौरान अधिकतम तापमान 24 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में 16 दिसंबर तक सुबह के समय मध्यम कोहरा छा सकता है। मौसम में बदलाव से तापमान में भी गिरावट का अनुमान है।
दिल्ली-एनसीआर में ठंड बढ़ने की वजह से वायरल की समस्या भी बढ़ेगी। डॉक्टरों का कहना है कि इस दौरान छोटे बच्चे, बुजुर्ग, दिल और सांस के मरीजों को विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। इसके अलावा इस दौरान ब्रेन स्ट्रोक के मामले तेजी से बढ़ते हैं। ऐसे में जिन लोगों को ठंड से दिक्कत होती है वह दिन में पारा गर्म होने के बाद ही घर से बाहर निकले और सर्दी से बचे।