Delhi NCR AQI Today: दिल्ली की कठिनाई बढ़ा रहा पराली का धुआं, जहरीली हवा में सांस लेना बन गई मजबूरी

नई दिल्लीः दिवाली के बाद भी हरियाणा और पंजाब में पराली जल रही है। जिसकी वजह से दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर एक बार फिर से बढ़ने लगा है। जिसके चलते दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों की हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में शामिल हो रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण […]

Advertisement
Delhi NCR AQI Today: दिल्ली की कठिनाई बढ़ा रहा पराली का धुआं, जहरीली हवा में सांस लेना बन गई मजबूरी

Sachin Kumar

  • November 21, 2023 9:40 am Asia/KolkataIST, Updated 12 months ago

नई दिल्लीः दिवाली के बाद भी हरियाणा और पंजाब में पराली जल रही है। जिसकी वजह से दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर एक बार फिर से बढ़ने लगा है। जिसके चलते दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों की हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में शामिल हो रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, दिल्ली भर में वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है। दिल्ली आज मंगलवार सुबह भी धुंध की चादर में लिपटी रही। सीपीसीबी के मुताबिक, आज सुबह आनंद विहार में AQI 374, जहांगीरपुरी में 399, लोधी रोड में 315, न्यू मोती बाग में 370 दर्ज किया गया है। वहीं औसत एक्यूआई 323 रिकॉर्ड किया गया है।Delhi NCR Weather Update: दिल्ली में पॉल्यूशन से कुछ राहत के बीच बढ़ने लगी  ठंड, जानिए कितना पहुंचा तापमान? - Delhi NCR Weather Update Amidst some  relief from air pollution in Delhi

कुछ दिनों में छाने लगेगी कोहरे की चादर

इससे पहले सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में सुबह वायु गुणवत्ता का स्तर 430 के पार चला गया। आनंद विहार में एक्यूआई 388, आरके पुरम में 353, पंजाबी बाग में 419 और आईटीओ में 335 रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, आगामी कुछ दिनों में दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के साथ साथ कोहरा भी छाने लगेगा।
सोमवार को भी पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में लगभग एक हजार पराली जलाने के मामले सामने आए हैं। हवा की रफ्तार बेहद कम होने के चलते दिल्ली के वायु मंडल में प्रदूषक कणों का बिखराव बेहद धीमा हो गया है। इसके चलते दिल्ली के लोग “बहुत खराब” या “गंभीर” श्रेणी की हवा में सांस ले रहे हैं

राजधानी की वायु में पराली का धुआं

पंजाब और हरियाणा के खेतों में जलाई जाने वाली पराली भी इस स्थिति को और खराब करने में योगदान कर रही है। दिवाली से पहले 10 और 11 नवंबर को पराली जलाने की मामूली घटनाएं सामने आई थीं। इसके पीछे कारण एक बडे़ इलाके में होने वाली बूंदाबांदी और वर्षा को कारण माना जाता है। दिवाली के बाद एक बार फिर से पराली जलाने की घटनाओं में तेजी आई। 15 नवंबर को पंजाब में पराली जलाने की दो हजार 544 घटनाएं दर्ज की गई थीं।

रविवार यानी 19 नवंबर को भी पंजाब में 740 घटनाएं सामने आई हैं। दिल्ली की वायु गुणवत्ता पर पराली का असर भी साफ-साफ दिख रहा है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा तैयार डिसीजन सपोर्ट सिस्टम के मुताबिक 15 नवंबर को दिल्ली की हवा में पराली के धुएं की हिस्सेदारी 24 प्रतिशत तक रही थी। डिसीजन सपोर्ट सिस्टम का अनुमान है कि अब अगले कुछ दिनों में पराली की हिस्सेदारी कम होती जाएगी। पता हो कि इस सीजन में तीन नवंबर को दिल्ली की हवा में पराली के धुएं की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी 35 प्रतिशत तक रही थी।

15 सितंबर से 20 नवंबर तक के पराली जलने के आंकड़ें

पंजाब – 35,093
हरियाणा – 2,123
उत्तर प्रदेश – 2,751
दिल्ली – 05
राजस्थान – 1,624
मध्य प्रदेश – 10,959

यह भी पढ़ें – http://Kartik Aaryan: कार्तिक आर्यन ने दी अपने ड्रीम प्रोजेक्ट की जानकारी, जानें किस निर्देशक संग करना चाहते हैं कार्य

Advertisement