Delhi Murder Case: सिर-पेट पर घाव, आंतें बाहर..इतना खौफनाक था हत्याकांड, FIR से खुलासा

नई दिल्ली: दिल्ली के शाहबाद हत्याकांड में पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है, वैसे ही सनसनीखेज खुलासे होते जा रहे हैं. इस भयानक हत्याकांड का आरोपी साहिल पुलिस की गिरफ्त में है और उसने अपना अपराध भी कबूल कर लिया है. ये हत्याकांड कितना दर्दनाक था, इसका पता साक्षी के शव से पता चला […]

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Delhi Murder Case: सिर-पेट पर घाव, आंतें बाहर..इतना खौफनाक था हत्याकांड, FIR से खुलासा

Noreen Ahmed

  • June 1, 2023 9:28 am Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

नई दिल्ली: दिल्ली के शाहबाद हत्याकांड में पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है, वैसे ही सनसनीखेज खुलासे होते जा रहे हैं. इस भयानक हत्याकांड का आरोपी साहिल पुलिस की गिरफ्त में है और उसने अपना अपराध भी कबूल कर लिया है. ये हत्याकांड कितना दर्दनाक था, इसका पता साक्षी के शव से पता चला है. पीड़िता के पिता द्वारा दर्ज कराई FIR की मिली कॉपी में इसका खुलासा हुआ है.

दरअसल इस दर्दनाक हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपी साहिल के साथ पीड़िता साक्षी रिलेशन में थी. CCTV में कैद हुए हत्याकांड में साहिल पीड़िता पर लगातार चाकू से वार करता दिख रहा है. जानकारी के मुताबिक पीड़िता के शरीर पर 20 से अधिक चाकू के घाव पाए गए है. इतना ही नहीं उसका सिर पत्थरों से कुचला हुआ था. वहीं साहिल के सिर पर इस कदर खून सवार था कि जब साक्षी चाकू से हमलों के बाद जमीन पर गिर गई, उस वक्त पत्थर उठाकर उसके सिर पर कई बार मारा था.

बाहर निकल आई थीं पीड़िता की आंतें

पुलिस ने FIR में हालात का विवरण करते हुए बताया कि पीड़िता के सिर पर गहरी चोट थी. वह मुंह के बल पड़ी हुई थी, शव को सीधा करने पर उसके पेट पर भी चोट के निशान पाए गए थे. साथ ही उसकी आंतें भी बाहर निकली हुईं थी.

FIR के अनुसार, पीड़िता के पिता ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि मेरी लड़की की पिछले तकरीबन 1 साल से एक साहिल नाम के लड़के से दोस्ती थी. इसमें कहा गया है कि साहिल दिल्ली के बरवाला में जैन कॉलोनी का रहने वाला एक शख्स है.

पिता ने कई बार किया समझाने का प्रयास

दरअसल पिता ने नाबालिग बेटी को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह गुस्सा होकर घर ही छोड़ देती थी. पीड़िता के पिता का कहना है कि मेरी बेटी अक्सर हमारे सामने साहिल का जिक्र करती थी, लेकिन हम उसको समझाते थे कि बेटा अभी तू छोटी है तेरी पढ़ने-लिखने की उम्र है. इतना ही नहीं जब भी हम उसे समझाते तो वह हमसे नाराज होकर अपनी मित्र नीतू के पास चली जाती थी.

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