Delhi Metro will run in Unlock 4: जिन स्टेशनों पर इंटरचेंज की सुविधा है वहां मेट्रो ज्यादा देर के लिए रूकेगी लेकिन बाकी स्टेशनों पर मेट्रो पहले के मुकाबले औसतन कम समय के लिए रूकेगी. बड़े स्टेशनों पर मेट्रो करीब 40 से 50 सैकेंड तक रूक सकती है यानी अब आपको मेट्रो से यात्रा करने में पहले से अधिक समय लग सकता है. अभी द्वारका से बॉ़टेनिकल गार्डन (ब्लू लाइन) की 56 किलोमीटर की लाइन पर 65 मिनट से अधिक समय लगता है लेकिन आने वाले दिनों में इसमें 10 से 15 मिनट तक का इजाफा हो जाएगा.
नई दिल्ली: सितंबर से लागू होने वाले अनलॉक 4 में मेट्रो को चलाने की पूरी तैयारी कर ली गई है. माना जा रहा है कि केंद्र सरकार दिल्ली में मेट्रो चलाने की अनुमति दे सकती है. इस बाबत डीएमआरसी ने भी पूरी तैयारी कर ली है और सभी दिशानिर्देशों के मुताबिक मेट्रो को आम जनता के लिए खोलने के लिए पूरी तरह तैयार है. हालांकि कोरोना के चलते मेट्रो का सफर पहले जैसा नहीं रह जाएगा कि एक कोच में लोग भरे ही जा रहे हैं. दिल्ली मेट्रो के सिर्फ 38 फीसदी गेट से ही यात्रियों की एंट्री और एग्जिट होगी और बाकी के गेट बंद रहेंगे. एंट्री गेट पर सैनिटाइजर की व्यवस्था होगी. सेनेटाइज करने के बाद ही यात्रियों को मेट्रो में प्रवेश मिलेगा. दिल्ली मेट्रो में 671 गेट हैं जिनमें से सिर्फ 257 गेट खुलेंगे. दिल्ली मेट्रो में यात्रा करते हुए फेस मास्क लगाना अनिवार्य होगा. मेट्रो की लिफ्ट में भी एक समय पर तीन आदमी से ज्यादा नहीं चढ़ेंगे.
जिन स्टेशनों पर इंटरचेंज की सुविधा है वहां मेट्रो ज्यादा देर के लिए रूकेगी लेकिन बाकी स्टेशनों पर मेट्रो पहले के मुकाबले औसतन कम समय के लिए रूकेगी. बड़े स्टेशनों पर मेट्रो करीब 40 से 50 सैकेंड तक रूक सकती है यानी अब आपको मेट्रो से यात्रा करने में पहले से अधिक समय लग सकता है. अभी द्वारका से बॉ़टेनिकल गार्डन (ब्लू लाइन) की 56 किलोमीटर की लाइन पर 65 मिनट से अधिक समय लगता है लेकिन आने वाले दिनों में इसमें 10 से 15 मिनट तक का इजाफा हो जाएगा.
जानकारी के मुताबिक स्टेशन पर कही भीड़ जमा ना हो इसके लिए तकनीकी के साथ दिल्ली मेट्रो मैन पावर का भी प्रयोग करेगी. स्टेशन के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे से स्टेशन कंट्रोलर इसकी निगरानी करेगा और ये सुनिश्चित करेगा कि किसी जगह भी ज्यादा लोग खड़े ना हों और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो इसके अलावा मेट्रो के पास एक वालंटियर्स की टीम है जिनका प्रयोग ऐसे मौके पर किया जाता है. मेट्रो परिचालन के दौरान इस टीम को भी ज्यादा भीड़ वाले स्टेशनों पर उतारा जाएगा ताकि ये व्यवस्था बनवा सकें. इसके अलावा बड़े इंटरचेंज स्टेशन पर 11 इवेंट कार्नर है. मेट्रो में स्क्रीन, फ्लैक्स बोर्ड पर निर्देशों के जरिए लोगों को जागरूक किया जाएगा.