नई दिल्ली : दिल्ली एमसीडी चुनाव में भार मतों से जीत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी ने मेयर चुनाव से एक दिन पहले MCD सदन के नेता को चुन लिया है. दिल्ली मेयर चुनाव से एक दिन पहले आम आदमी पार्टी ने अहम् फैसला लिया है. जहां आप ने मुकेश गोयल को दिल्ली एमसीडी […]
नई दिल्ली : दिल्ली एमसीडी चुनाव में भार मतों से जीत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी ने मेयर चुनाव से एक दिन पहले MCD सदन के नेता को चुन लिया है. दिल्ली मेयर चुनाव से एक दिन पहले आम आदमी पार्टी ने अहम् फैसला लिया है. जहां आप ने मुकेश गोयल को दिल्ली एमसीडी सदन का नेता बनाया है. मुकेश गोयल दिल्ली के वार्ड नंबर 15 आदर्श नगर से पार्षद हैं. मुकेश गोयल इस समय पार्टी के सबसे पुराने पार्षद हैं. 1997 से वह लगातार अपनी जीत दर्ज़ कर रहे हैं. ऐसे में उनका अनुभव सदन के नेता के तौर पर काम आने वाला है.
इसके अलावा गोयल ही वह नेता हैं जिन्हें लेकर उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना और केजरीवाल सरकार के बीच टकराव शुरू हुआ है. दिल्ली नगर निगम में उन्हें सदन का नेता बनाना दिल्ली के उपराज्यपाल पर पलटवार माना जा सकता है. पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट कर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘सबसे सीनियर सदस्य को ही प्रोटेम स्पीकर और पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया जाना चाहिए. हालांकि भाजपा लगातार लोकतांत्रिक परंपराओं और संस्थानों को तबाह करने का काम कर रही है.’
दरअसल उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने एमसीडी के मेयर चुनाव के लिए होने वाली पहली सदन की पहली बैठक में भाजपा के नेता को पीठासीन अधिकारी बनाया है. गुरुवार (5 जनवरी) को बीजेपी पार्षद सत्या शर्मा को पीठासीन अधिकारी के रूप में नामित किया गया है. इसी को लेकर पूरा विवाद है. गौरतलब है कि दिल्ली नगरपालिका की पहली बैठक कल यानी 5 जनवरी को शुरू होने वाली है। इस दौरान सभी नवनिर्वाचित पार्षद शपथ लेंगे और मेयर और उप महापौर चुने जाएंगे.
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