नई दिल्ली। दिल्ली में मेयर चुनाव को लेकर विवाद जारी है इसी बीच आज आम आदमी पार्टी ने भाजपा दफ्तर और भाजपा ने आप दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया, बता दें, सोमवार को भी मेयर चुनाव नहीं हो पाया था जिसके बाद आम आदमी पार्टी ने मामले को कोर्ट में ले जाने की बात कहीं […]
नई दिल्ली। दिल्ली में मेयर चुनाव को लेकर विवाद जारी है इसी बीच आज आम आदमी पार्टी ने भाजपा दफ्तर और भाजपा ने आप दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया, बता दें, सोमवार को भी मेयर चुनाव नहीं हो पाया था जिसके बाद आम आदमी पार्टी ने मामले को कोर्ट में ले जाने की बात कहीं थी। दिल्ली नगर निगम में सोमवार को हंगामे के कारण मेयर, डिप्टी मेयर का चुनाव लगातार तीसरी बार टला हैं। मनोनीत पार्षदों को वोटिंग का अधिकार देने पर सदन में जबरदस्त हंगामा हुआ। आम आदमी पार्टी ने इस पर आपत्ति जताई है। जिसके बाद सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है।
इस मामले पर आप नेता आतिशी ने सोमवार को कहा था कि भाजपा को आज चुनाव होने ही नहीं देना था, उनके कई सांसद आज सदन में मौजूद नहीं थे। मनोज तिवारी, गोतम गंभीर, हंस राज हंस कोई नहीं था, इसलिए उन्होंने चुनाव नहीं होने दिया। लेकिन चुनाव नहीं होने से दिल्ली की जनता का नुकसान हो रहा है। आम आदमी पार्टी आज सुप्रीम कोर्ट जा रही है, हम अपील करेंगे कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में अगले हफ्ते – 10 दिन में एमसीडी मेयर का चुनाव हो।
बता दें, सोमवार को कार्यवाही के दौरान पीठासीन अधिकारी ने आम आदमी पार्टी के पार्षद दल के नेता मुकेश गोयल से अपने सहयोगियों को शांत करवाने के साथ ही चुनाव की प्रक्रिया में साथ देने के लिए कहा था। अधिकारी ने कहा था कि जनता ने उन्हें दिल्ली की सेवा करने के लिए भेजा है, बार-बार हंगामा करना ठीक नहीं है। इसके बाद भी जब पार्षदों का हंगामा नहीं रुका तो सदन को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया।
10 मिनट के स्थगन के बाद पीठासीन अधिकारी सदन में फिर से अपनी चेयर पर लौटी, जिसके बाद स्थाई समिति की पूर्व अध्यक्ष रही भाजपा पार्षद शिखा राय ने पीठासीन अधिकारी के सामने मांग रखी कि आम आदमी पार्टी के दो विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी और एक अन्य के खिलाफ मामला दर्ज है इसलिए उन्हें वोट देने का हक ना दिया जाए। इसके बाद सदन में फिर से हंगामा बढ़ गया।