नई दिल्ली: शुक्रवार का दिन वाकई काफी मायूसी से भरा बीता। आज सुबह भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार विकेटकीपर और बल्लेबाज ऋषभ पंत एक कार हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए. पंत अपनी मर्सिडीज से सफर कर रहे थे, जो रुड़की में नारसन सीमा पर हम्मादपुर झाल के पास एक रेलिंग से टकरा […]
नई दिल्ली: शुक्रवार का दिन वाकई काफी मायूसी से भरा बीता। आज सुबह भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार विकेटकीपर और बल्लेबाज ऋषभ पंत एक कार हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए. पंत अपनी मर्सिडीज से सफर कर रहे थे, जो रुड़की में नारसन सीमा पर हम्मादपुर झाल के पास एक रेलिंग से टकरा गई और दुर्घटना हो गई। हादसे के बाद आलम ऐसा था कि ऋषभ पंत की गाड़ी में आग लग गई। घटना सुबह साढ़े पांच बजे के करीब हुई थी. अब ऐसे में सवाल उठता है कि आए दिन न जाने कितने सड़क हादसे होते हैं और इनसे मरने वाले लोगों की तादाद कितनी है?
पिछले साल सड़क हादसों में सबसे ज्यादा मौत दिल्ली में दर्ज की गई थी। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की तरफ़ से जारी किए गए एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2021 में दिल्ली में सड़क हादसों में 1,239 लोगों की मौत हुई। चेन्नई 998 ट्रैफिक मौतों के साथ दूसरे नंबर पर है, जबकि बेंगलुरु में 654 मामले तीसरे नंबर पर हैं। ‘इंडिया रोड एक्सीडेंट्स-2021’ शीर्षक वाली इस रिपोर्ट में कहा गया था कि 2021 में दस लाख से ज्यादा आबादी वाले देश के 50 शहरों के आंकड़ों पर नजर डालें तो सड़क हादसों में 43.13 फीसदी मौतें सिर्फ 10 शहरों में हुईं है.
दिल्ली,
चेन्नई,
बेंगलुरु
जयपुर,
कानपुर,
आगरा,
इलाहाबाद,
इंदौर,
रायपुर
जबलपुर
सड़क हादसों में सबसे कम मामले इन शहरों में देखे गए हैं जिस हिसाब से यह शहर देश के सबसे महफूज़ माने जा सकते हैं:
श्रीनगर,
अमृतसर
जमशेदपुर
वहीं बात करें क्रिकेटर पंत की तो उनके पैर में अगर कोई फ्रैक्चर रहता है तो यह भारतीय क्रिकेट टीम के साथ-साथ उनके खुद के करियर के लिए भी काफी नुकसानदेह साबित हो सकता है. क्योंकि उन्हें लंबे समय तक बिस्तर पर रहना होगा और आईपीएल भी शुरू होने वाला है. ऐसे में यह दिल्ली कैपिटल्स के लिए भी चिंता का सबब है