नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में यमुना के पानी के घटने के साथ सरकार ने मालवाहक भारी वाहनों और ट्रकों के राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश पर लगाई गई पाबंदी को आज बुधवार (19 जुलाई) से हटाने का निर्णय लिया है. दिल्ली सरकार ने 13 जुलाई को यमुना के पानी के बढ़ते स्तर को देखते हुए एहतियात […]
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में यमुना के पानी के घटने के साथ सरकार ने मालवाहक भारी वाहनों और ट्रकों के राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश पर लगाई गई पाबंदी को आज बुधवार (19 जुलाई) से हटाने का निर्णय लिया है. दिल्ली सरकार ने 13 जुलाई को यमुना के पानी के बढ़ते स्तर को देखते हुए एहतियात के तौर पर सिंघू बॉर्डर सहित चार सीमाओं पर आवश्यक वस्तुएं लाने वाले वाहनों को छोड़कर सभी भारी मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी थी.
दिल्ली सरकार ने सोमवार 17 जुलाई को प्रतिबंधों को आंशिक रूप से हटाने का ऐलान किया था, लेकिन मंगलवार को प्रतिबंधों को पूरी तरह हटाने की घोषणा की. वहीं यमुना का जलस्तर कल मंगलवार की शाम 205.43 मीटर दर्ज किया गया. लेकिन यमुना नदी अब भी खतरे के निशान (205.33 मीटर) से ऊपर बह रही है.
दरअसल दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने कल मंगलवार (18 जुलाई) को राजघाट में स्थित महात्मा गांधी के स्मारक परिसर का निरीक्षण किया. जहां यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण बाढ़ जैसे हालात है. उपराज्यपाल ने अनुमान लगाया कि अगले 24 घंटों में वहां जमा हुए पानी को पूरी तरह से निकाल दिया जाएगा. उन्होंने ट्वीट कर बताया कि राजघाट से बाढ़ के पानी को निकालने का काम तेजी से चल रहा है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कुछ इलाकों में जलभराव से छुटकारा पाने के सरकार के जारी प्रयासों के चलते ITO बैराज के 5 जाम फाटक में से 2 फाटक खोल दिए गए हैं. वहीं बैराज के 32 फाटक में से 5 फाटक गाद एकत्र होने की वजह से जाम हो गए थे, जिससे नदी के पानी को तत्काल निकालने में काफी दिक्कत आ रही थी. दिल्ली सरकार जाम हटाने के लिए 13 जुलाई से फाटकों को खोलने का प्रयास कर रही है.