नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने से लोगों की चिंता भी अब बढ़ने लगी हैं। कल शुक्रवार (21 जुलाई) को तीसरी बार यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच चुका है। कल शुक्रवार शाम को तकरीबन 6 बजे तीसरी बार यमुना का जलस्तर 205.38 मीटर के पार पहुंच चुका है, […]
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने से लोगों की चिंता भी अब बढ़ने लगी हैं। कल शुक्रवार (21 जुलाई) को तीसरी बार यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच चुका है। कल शुक्रवार शाम को तकरीबन 6 बजे तीसरी बार यमुना का जलस्तर 205.38 मीटर के पार पहुंच चुका है, जिससे यमुना के नजदीक रहने वाले लोगों की चिंता बढ़ चुकी है।
तकरीबन एक सप्ताह से जलमग्न राजघाट परिसर से कल शुक्रवार को ही पानी निकाला गया है। साथ ही पानी बढ़ने पर यमुना के नजदीक स्थित इस गहरी जगह पर फिर से पानी भरने का खतरा बढ़ गया है।
बता दें कि 10 जुलाई को यमुना ने खतरे के निशान को 205.33 मीटर पार कर लिया था और 13 जुलाई को यमुना ने राजधानी दिल्ली में साल 1978 में आई बाढ़ के चलते अपने जलस्तर 207.49 मीटर के रिकार्ड नीचे छोड़ दिया था। पुराने रेलवे ब्रिज पर तब इसका अधिकतम जलस्तर 208.66 मीटर दर्ज किया गया है। 6 दिन बाद अब 19 जुलाई को सुबह 5 बजे यमुना का जलस्तर फिर से खतरे के निशान के नीचे 205.22 मीटर पर आ गया। लेकिन 6 बजे से यमुना का जलस्तर फिर बढ़ने लगा।
सुबह 7 बजे यमुना ने खतरे के निशान को पार कर लिया। वहीं शाम को 5 बजे तक इसका जलस्तर 205.79 मीटर पहुंच चुका है। इसके बाद कल शुक्रवार को शाम 6 बजे तीसरी बार यमुना का पानी नीचे आने के बाद फिर से खतरे के निशान को पार कर चुका है। प्रशासन की ओर से बताया जा रहा है कि पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बरसात की वजह से फिर से यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है।