नई दिल्लीः कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में सोमवार को प्रस्ताव पारित कर फिलिस्तीनी लोगों की जमीन, स्वशासन और आत्म- सम्मान के साथ जीवन के अधिकारों का समर्थन किया हैं। इस प्रस्ताव में इजरायल पर हुए हमले का जिक्र नहीं है। कांग्रेस पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि सीडब्ल्यूसी तत्काल संघर्ष […]
नई दिल्लीः कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में सोमवार को प्रस्ताव पारित कर फिलिस्तीनी लोगों की जमीन, स्वशासन और आत्म- सम्मान के साथ जीवन के अधिकारों का समर्थन किया हैं। इस प्रस्ताव में इजरायल पर हुए हमले का जिक्र नहीं है। कांग्रेस पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि सीडब्ल्यूसी तत्काल संघर्ष विराम का आह्वान करती है और जो कोई भी मुद्दे को लेकर ये विवाद हुआ है। इन सभी मुद्दों पर बातचीत शुरु करने का आह्वान करती है।
इससे एक दिन पहले यानी रविवार को पार्टी ने कहा था कि वह इजरायल के लोगो पर क्रूर हमलों कि निंदा करती है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि उनकी पार्टी का हमेशा से मानना रहा है कि इजरायलियों की राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को सुनिश्चित करते हुए फिलिस्तीन को लोगों की वैध आकांक्षाओं को बातचीत के माध्यम से पूरा किया जाना चाहिए।
हमास ने किया था इजरायल पर हमला
जानकारी दें दे कि आतंकी संगठन हमास ने शनिवार यानी 7 अक्टूबर की सुबह इजरायल पर 5000 से ज्यादा रॉकेट दागे थे। इन हमलों में इजरायल में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले के बाद इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध की घोषणा कर दी थी। युद्ध की घोषणा के बाद इजरायल गाजा पट्टी मे्ं हमास के आतंकियों पर बम बरसा रहा है। हमले के बाद हमास के 800 से ज्यादा ठिकाने तबाह हो गए है और 400 से ज्यादा लोग मारे गए है। वहीं कई मस्जिदें, इमारते धवस्त हो गई है।
अब तक इस जंग में दोनों तरफ से 1100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अगर इजरायल की ही बात करें तो हमास के हमलों की वजह से 44 सैनिक सहित 700 से ज्यादा लोग मारे गए है। वहीं ऐसा पहली बार हुआ की जब हमास के आतंकी इजरायल के शहरों में घुस गए और वहां जमकर दहशतगर्दी की ।