नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. दिल्ली के कई हिस्से जलमग्न हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित है. इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आईटीओ पहुंचे. यहां उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की इमारत के पास क्षतिग्रस्त नाले का निरीक्षण किया. इस दौरान उनके साथ मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी […]
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. दिल्ली के कई हिस्से जलमग्न हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित है. इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आईटीओ पहुंचे. यहां उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की इमारत के पास क्षतिग्रस्त नाले का निरीक्षण किया. इस दौरान उनके साथ मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी मार्लेना भी मौजूद रहीं.
बाढ़ के हालात का जायजा लेने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग कारण से पानी आ रहा है, जैसे ITO पर यहां नाले के क्षतिग्रस्त होने की वजह से पानी आया है. कहीं पर यमुना के कारण पानी आया है. अब लोगों को राहत मिलनी शुरू हो जाएगी. धीरे-धीरे पानी नीचे जा रहा है. अभी फिलहाल जलस्तर 208.38 तक आ गया है.
दिल्ली में पानी की कटौती पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बाढ़ आने की वजह से यमुना का पानी पंप रूम और मशीन में आ गया है. अगर हम अभी प्लांट को चलाएंगे तो उनमें करंट आएगा. इसलिए जब तक पानी का स्तर कम नहीं होगा, हम मशीन नहीं चला सकते. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पानी के स्तर कम होने के 24 घंटे बाद भी हम मशीन चला पाएंगे क्योंकि मशीनों को सुखाने में काफी वक्त लगेगा.
वहीं, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि जिस तरह से यहां काम हो रहा है, हम जरूर सफल होंगे. यमुना का बहाव बहुत तेज है और उसे रोकना जरूरी है. ये वक्त किसी को भी दोष देने या टिप्पणी करने का नहीं है. अभी हमें टीम वर्क करने की जरूरत है. मैं भी बहुत कुछ कह सकता हूं लेकिन अभी इसकी जरूरत नहीं है.
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