नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है. दिल्ली एनसीआर पूरी तरह गैस चैंबर में तब्दील हो चुका है. दिल्ली में वायु गुणवत्ता इतने खराब स्तर पर पहुंच गई है कि लोगों के स्वास्थ्य को लेकर पहली बार आपातकाल घोषित किया गया है. दिल्ली समेत नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में लोगों को मास्क पहनकर ही बाहर निकलने की हिदायत दी गई है. वायु प्रदूषण के चलते लोगों को मॉर्निंग और इवनिंग वॉक करने से भी मना किया जा रहा है. जब दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 400 के ऊपर यानी खतरनाक पर है तो आप एहतियात के तौर पर वायु प्रदूषण से बचने के ये उपाय जरूर करें-
1. अच्छी क्वालिटी का मास्क पहनकर बाहर निकलें-
बाजार में कई तरह के मास्क उपलब्ध हैं जो सांस लेते वक्त हवा में मौजूद प्रदूषण के खतरनाक कणों को फिल्टर कर देते हैं. सामान्य गुणवत्ता का मास्क आपको 50-100 रुपये तक मिल जाएगा. यदि अपने स्वास्थ्य को लेकर ज्यादा खर्च करना चाहते हैं तो 1000 से लेकर 10,000 रुपये तक कई तरह के मास्क उपलब्ध हैं जिन्हें आप खरीद सकते हैं. इनमें हवा को फिल्टर करने की क्षमता अलग-अलग होती है. ये मास्क सामान्य मेडिकल और जनरल स्टोर्स से लेकर सभी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं. यदि आपको अस्थमा की शिकायत है तो अपने चिकित्सक से परामर्श लेकर अच्छा मास्क खरीदें.
2. सुबह-शाम घूमना कुछ दिनों के लिए बंद कर दें-
यदि आप रोजाना मॉर्निंग या इवनिंग वॉक अथवा जोगिंग पर जाते हैं तो कुछ दिनों के लिए घूमना बंद कर दें. आप भले ही सुबह-शाम खुद को फिट रखने के लिए वॉक करते हैं लेकिन प्रदूषित हवा में सांस लेकर आप खुद के स्वास्थ्य को ही खराब कर देंगे. जब तक एक्यूआई सामान्य स्तर पर न आ जाएं तब तक घूमने नहीं जाएं.
3. अनावश्यक खुले में न घूमें, घर अथवा ऑफिस में ही रहें-
दिल्ली एनसीआर में वायु प्रदूषण को लेकर पहली बार आपातकाल लगाया गया है. इससे आप खुद अंदाजा लगा सकते हैं कि प्रदूषित वातावरण में सांस लेना कितना जानलेवा हो सकता है. इसलिए एहतियात के तौर पर हिदायत दी जा रही है कि अनावश्यक काम से सड़कों अथवा पार्क में खुले में न घूमें. सिर्फ जरूरी काम हो तभी बाहर निकलें.
यदि आप नौकरीपेशा वाले लोग हैं तो सुबह घर से निकलें और पूरा दिन ऑफिस के अंदर रहें. खाना साथ लेकर जाएं, ताकि आपको बाहर नहीं निकलना पड़े. साथ ही जब ऑफिस से लौटें तो बाजार के सभी काम जैसे- सब्जी, राशन लेना वगैरह निपटा कर ही घर जाएं, ताकि बाद में फिर घर से बाहर न निकलना पड़े. खाना खाकर छत या गार्डन में टहलने भी न जाएं.
4. संभव हो तो घर से काम करें-
वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में मौजूद सभी कंपनियों को सलाह दी गई है कि संभव हो तो वे अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रोम होम की सुविधा दे दें. यदि आप घर से ही काम करेंगे तो ऑफिस जाने के लिए खुली हवा में नहीं निकलना पड़ेगा.
5. निजी वाहन के बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करें-
वायु प्रदूषण के खतरे को देखते हुए दिल्ली सरकार ने 4 नवंबर से ऑड-ईवन स्कीम को फिर से लागू करने का फैसला लिया है. जिससे दिल्ली की सड़कों पर दौड़ने वाली कारों में कमी आएगी. इसके साथ ही दिल्ली सरकार ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट को भी मजबूत किया है. अलग-अलग रूटों पर 2,000 निजी बसों को चलाने की मंजूरी दी है.
लोगों को हिदायत दी जा रही है कि वायु प्रदूषण से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें तो बेहतर होगा. क्योंकि सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों के मुकाबले पेट्रोल-डीजल गाड़ियों से कार्बन उत्सर्जन अधिक होता है और हवा को प्रदूषित करने में इनका अहम योगदान होता है. इसलिए आप अपनी कार का मोह छोड़कर कुछ दिन बस, मेट्रो, ई-रिक्शा जैसे वाहनों में सफर करेंगे तो यह सभी के लिए बेहतर रहेगा.
6. ज्यादा पानी पिएं, फल और हरी सब्जियों का सेवन करें-
जब हवा खराब हो तो इंसान के शरीर को ऑक्सीजन की ज्यादा जरुरत होती है. इसलिए शरीर में पानी के स्तर को कम न होने दें. चिकित्सकीय सलाह के मुताबिक ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं. नाश्ते और भोजन में फल और हरी सब्जियों का सेवन ज्यादा करें. ताकि आपका शरीर हानिकारक तत्वों से लड़ने के लिए तैयार रह सके.
7. आंखों का ख्याल रखें-
वायु प्रदूषण सिर्फ आपके श्वसन प्रणाली को ही प्रभावित नहीं करता बल्कि हवा में मौजूद हानिकारक तत्व आपके शरीर के नाजुक अंग जैसे आंख पर भी असर डालते हैं. प्रदूषण के दौरान अक्सर लोगों को आंखों में जलन होने की शिकायत रहती है. इसलिए मास्क के साथ ऐसा चश्मा जरूर पहनें जिससे हवा को सीधे आंखों में जाने से बचाया जा सके. साथ ही दिन में कम से कम एक बार साफ पानी अथवा गुलाब जल से आंखों को जरूर धोएं, ताकि प्रदूषित कण बाहर निकल सके.
8. कफ, जुकाम के लक्षण दिखें तो चिकित्सकीय परामर्श लें-
प्रदूषित हवा में सांस लेने से अक्सर सर्दी, जुकाम, खांसी जैसी बीमारियां भी शुरू हो जाती है. यदि आपको खांसी, छींक, नाक में खुजली आना, आंखों से पानी निकलने आदि लक्षण नजर आ रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें और उचित इलाज कराएं. ऐसे लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें.
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