नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा मोदी सरनेम को लेकर दिया गया विवाद अब अंतराष्ट्रीय होता जा रहा है। कोर्ट द्वारा राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई गई थी, लेकिन फौरन ही जमानत मिल गई। अब मानहानि मामले में यूएन ने टिप्पणी की है। राहुल को 2 साल की सजा मानहानि मामले […]
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा मोदी सरनेम को लेकर दिया गया विवाद अब अंतराष्ट्रीय होता जा रहा है। कोर्ट द्वारा राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई गई थी, लेकिन फौरन ही जमानत मिल गई। अब मानहानि मामले में यूएन ने टिप्पणी की है।
मानहानि मामले में वायनाड सासंद राहुल गांधी को सूरत कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाई है। अब ये मामला संयुक्त राष्ट्र तक पहुंच गया है। यूएन प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता ने बताया है कि वो अदालत के इस फैसले से पूरी तरह अवगत हैं। उनको जानकारी मिली है कि उनकी पार्टी द्वारा इस फैसले के खिलाफ अपील की गई है।
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव के उप प्रवक्ता फरहान हक ने गुरुवार के दिन एक प्रेस ब्रीफिंग की थी। इस दौरान वो पत्रकारों के जवाब दे रहे थे। जब उनसे पूछा गया कि. क्या गुटेरेस भारत के लोकतंत्र को लेकर चिंतित हैं तो हक ने बताया कि, ‘ मै ये कह सकता हूं कि राहुल गांधी के मामले में जो रिपोर्ट आई है, वो उससे अवगत हूं। हमें पता है कि उनकी पार्टी कोर्ट के फैसले के खिलाफ अपील करनेकी योजना बना रही है। फिलहाल मै इस मामले में इतना ही कह सकता हूं। ‘
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता आज रद्द कर दी गई। गुरुवार को सूरत कोर्ट द्वारा मानहानि मामले में दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद आज उनकी संसद सदस्यता रद्द कर दी गई। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे मामले पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि राहुल को सच बोलने की सजा मिली है।