नई दिल्लीः ब्रिटिश सरकार ने मंगलवार को कहा कि अश्लील डीपफेक कंटेंट बनाने वाले लोगों को नए कानून के तहत मुकदमा झेलना पड़ेगा। ब्रिटेन सरकार इस संबंध में जल्द ही कानून लाने जा रही है। इस विधेयक पर सांसद विचार कर रहे हैं। नए कानून के अनुसार बिना सहमति के डीपफेक कंटेंट बनाने वाले लोगों […]
नई दिल्लीः ब्रिटिश सरकार ने मंगलवार को कहा कि अश्लील डीपफेक कंटेंट बनाने वाले लोगों को नए कानून के तहत मुकदमा झेलना पड़ेगा। ब्रिटेन सरकार इस संबंध में जल्द ही कानून लाने जा रही है। इस विधेयक पर सांसद विचार कर रहे हैं। नए कानून के अनुसार बिना सहमति के डीपफेक कंटेंट बनाने वाले लोगों को मुकदमा और भारी जुर्माने का सामना करना पड़ेगा। विधेयक में प्रस्तावित प्रविधान के मुताबिक अगर ‘डीपफेक’ का प्रसार हो जाता है तो दोषियों को जेल की सजा भी हो सकती है।
इंग्लैंड के प्रधानमंत्री ऋषि सनक ने एक्स पर पोस्ट किया कि सरकार अश्लील डीपफेक कंटेंट बनाने वाले लोगों पर नकेल कस रही है। हम इस पर प्रतिबंध लगाने के लिए नया कानून बनाने जा रहे हैं। ब्रिटेन की मंत्री लौरा फेरिस ने कहा कि डीपफेक से बनाई गईं अश्लील तस्वीरें निंदनीय और पूरी तरह से अस्वीकार्य हैं। डीपफेक से आशय ऐसी तस्वीरों और वीडियो से है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अथवा अन्य तकनीकों से बनाई जाती हैं और जिसमें आमतौर पर पीड़ित की सहमति नहीं होती।
साल 2023 में यूके के ऑनलाइन सेफ्टी एक्ट में संशोधन करके पहली बार 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की डीपफेक से बनाई गईं अश्लील तस्वीरों और वीडियो को साझा करना अपराध घोषित किया गया था। अब क्रिमिनल जस्टिस एक्ट में बदलाव करके एक नया कानून लाया जाएगा, जिसमें प्रावधान होगा कि कोई भी दुर्भावनापूर्ण रूप से और सहमति के बिना वयस्क नागरिकों की डीपफेक करके अश्लील तस्वीरें और वीडियो बनाता है, तो उसे आपराधिक मुकदमे का सामना करना पड़ेगा।
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