नई दिल्ली। 6 फरवरी को तुर्की में आए भयानक भूकंप के कारण मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। यहां पर अब भूकंप से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 19 हजार पहुंच गई है। वही दूसरी तरफ भारत ऑपरेशन दोस्त के तहत लगातार इस संकटग्रस्त देश की मदद में जुटा हुआ है। दरअसल […]
नई दिल्ली। 6 फरवरी को तुर्की में आए भयानक भूकंप के कारण मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। यहां पर अब भूकंप से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 19 हजार पहुंच गई है। वही दूसरी तरफ भारत ऑपरेशन दोस्त के तहत लगातार इस संकटग्रस्त देश की मदद में जुटा हुआ है। दरअसल भारतीय वायुसेना ने तुर्की को मदद के लिए अपना छठा विमान भेजा है। इस विमान में कई तरह के राहत सामग्री रखे गए हैं।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जानकारी देते हुए बताया कि, ‘ आज देश का छठा विमान तुर्की पहुंच गया है। इस 5 C-17 IAF विमान में 250 से अधिक संख्या में बचाव कर्मी मौजूद हैं। इसके साथ ही कुछ विशेष उपकरण और 135 टन से अधिक की राहत सामग्री को तुर्की भेजा गया है। वहां पर लोगों की मदद की जा रही है। ‘
तुर्की और सीरिया में भूकंप से मरने वालों की संख्या 19 हजार से ज्यादा हो गई है। वहीं, घायलों की संख्या 40 हजार के करीब हो गई है। इस बीच भूकंप प्रभावित दोनों देशों की मदद करने के लिए दुनियाभर के 70 से अधिक देश आगे आए हैं। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, सीरिया में भूकंप से मची तबाही की वजह से 3 लाख से अधिक लोगों को मजबूरन अपना घर छोड़ना पड़ा है।
तुर्की में लोगों के बढ़ते गुस्से के बाद राष्ट्रपति रेसेप एर्दोगन ने अपनी सरकार की कमियों को स्वीकार किया है। राष्ट्रपति ने कहा है कि भूकंप के बाद उनकी सरकार शुरुआती प्रतिक्रियाओं में नाकाम रही। कई इलाकों में बचावकर्मी देर से पहुंचे और राहत सामग्री नहीं मिली। हालांकि, राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार सभी लोगों की मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, देश में कोई भी बेघर नहीं रहेगा।