बांदा/लखनऊ: माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि हार्ट अटैक की वजह से उसकी जान गई है. आज शाम तबियत खराब होने के बाद उसे बांदा जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उसने रोजा रखा था. इफ्तार करने के बाद उसकी […]
बांदा/लखनऊ: माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि हार्ट अटैक की वजह से उसकी जान गई है. आज शाम तबियत खराब होने के बाद उसे बांदा जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उसने रोजा रखा था. इफ्तार करने के बाद उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई. बता दें कि कुछ दिनों पहले मुख्तार के परिवार ने उसे जहर दिए जाने का आरोप लगाया था.
मुख्तार अंसारी की जिस अस्पताल में मौत हुई है, उसके बाहर बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात कर दिया गया है. बांदा के SP अंकुर अग्रवाल भी वहां पर मौजूद हैं. उधर, मुख्तार के भतीजे और विधायक सुहैब अंसारी ने बताया कि हमें जानकारी मिली कि उनकी (मुख्तार अंसारी) तबियत खराब है. हम लोग अभी बांदा के लिए निकलने वाले हैं.
बता दें कि इससे पहले मुख्तार अंसारी ने दावा किया था कि उसे धीमा जहर दिया जा रहा है. मालूम हो कि सोमवार रात को भी मुख्तार अंसारी की तबीयत खराब हो गई थी. पेट में दर्द की शिकायत के बाद उसे बांदा मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती करवाया गया था. मुख्तार करीब 14 घंटे तक अस्पताल में रहा, इसके बाद हालत में सुधार आने के बाद शाम 6 बजे उसे जेल शिफ्ट किया गया था.
मुख्तार अंसारी पिछले 19 साल से जेल में बंद था. अन्तर्राज्यीय गैंग 191 के सरगना मुख्तार को 25 अक्टूबर 2005 में जेल भेजा गया था. उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश, दिल्ली और पंजाब में 65 मुकदमे दर्ज हैं. साल 2017 में यूपी में योगी सरकार के आने से पहले वो पंजाब की रोपड़ जेल में बंद था, उसे वापस उत्तर प्रदेश लाने के लिए योगी सरकार सुप्रीम कोर्ट गई थी. जिसके बाद उसे बांदा जेल में शिफ्ट किया गया.
मालूम हो कि मुख्तार अंसारी को पिछले 17 महीने में 8 बार सजा मिल चुकी है. जिसमें 2 उम्रकैद की सजा भी शामिल है. उसे पहली सजा 23 सितंबर 2022 को मिली थी. वहीं, 8वीं सजा 13 मार्च 2024 को मिली थी. उसे गैंगस्टर एक्ट, अवधेश राय हत्याकांड, कपिल देव सिंह की हत्या मामले और रूंगटा धमकी केस समेत कई मामलों में सजा मिली चुकी है.
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