नई दिल्ली। देशभर में एकबार फिर कोरोना वायरस अपने पैर पसारने लगा है. जो आकड़े पहले 500 से 1000 के बीच आते थे वे अब 3000 के आकड़े को छूने लगे है. बीते 24 घंटे में देशभर में कोरोना वायरस के 2,541 नए केस सामने आए है, जबकि इस दौरान 30 लोगों की मौत हुई […]
नई दिल्ली। देशभर में एकबार फिर कोरोना वायरस अपने पैर पसारने लगा है. जो आकड़े पहले 500 से 1000 के बीच आते थे वे अब 3000 के आकड़े को छूने लगे है. बीते 24 घंटे में देशभर में कोरोना वायरस के 2,541 नए केस सामने आए है, जबकि इस दौरान 30 लोगों की मौत हुई है. इस बीच वैक्सीनेशन को लेकर एक बड़ी खबर समाने आ रही है. दरअसल, DCGI ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को 6 से 12 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए मंजूरी दे दी है। खबरों के मुताबिक वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है।
देश के तमाम स्कूलों में अब वैक्सेशन के लिए पात्र बच्चों के टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है. स्कूल आने वाले बच्चों को टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है ताकि कोरोना वायरस से बचाव मुमकिन हो। बता दें बीते 16 मार्च से 12 से 14 साल की उम्र के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू हुआ था। सरकार लगातार अब वैक्सीनेशन का दायरा बढ़ा रही है और सरकार ही कोशिश है कि हर एज ग्रुप के बच्चों को वैक्सीनेशन मुहैया कराई जाए।
हेल्थ एक्सपर्ट कि ओर से ओर से बच्चों में कोरोना के लक्षण जल्द दिखने की बात कही गई है। यदि कोई भी बच्चा कोरोनावायरस की XE वैरिएंट से संक्रमित है तो उसे पेट दर्द ,बुखार, सूखी खांसी ,नाक बहना, सिरदर्द जैसी शिकायत हो सकती है। एक्सपोर्ट ने कहा है कि ऐसी स्थिति में डरने की कोई जरूरत नहीं है लेकिन परिजनों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। बड़ों के मुकाबले बच्चों का इम्युनिटी सिस्टम मजबूत माना जाता है और ऐसे में संक्रमण की चपेट में आने के बाद भी बच्चों के लिए ज्यादा खतरा नहीं है। परिजनों को सिर्फ बच्चों के खान-पान और दिनचर्या पर ध्यान देना होगा ताकि वायरस का मुकाबला मजबूती से किया जा सके।
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने बीते हफ्ते Corbevax वैक्सीन के भी इमरजेंसी इस्तेमाल की सिफारिश की थी. यह सिफारिश 5 से 11 साल के बच्चों के लिए की गई थी। हैदराबाद स्थित फॉर्म बायोलॉजिकल-ई की ओर से तैयार की गई Corbevax कोरोना वायरस के खिलाफ देश की पहली स्वदेशी विकसित आरबीडी प्रोटीन सब यूनिट वैक्सीन है।