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भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद की रिहाई के लिए जिग्नेश मेवाणी और अखिल गोगोई की दिल्ली में 9 जनवरी को हुंकार रैली

भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण को मई में हिमाचल प्रदेश के डलहौजी से गिरफ्तार किया गया था. चंद्रशेखर रावण का नाम सहारनपुर में जातीय हिंसा के बाद सामने आया था. चंद्रशेखर फिलहाल रासुका के तहत जेल में बंद है. पिछले साल ही उसे जमानत पर रिहा किया गया था बाद में जमानत की अवधि समाप्त होने पर दोबारा जेल में बंद कर दिया गया. दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने चंद्रशेखर की रिहाई की मांग को लेकर हुंकार रैली करने का एलान किया है.

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जिग्नेश मेवाणी चंद्रशेखर रावण भीम आर्मी
  • January 2, 2018 9:11 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली. पिछले साल उत्तर प्रदेश में हुई सहारनपुर हिंसा के बाद उभरी भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर रावण की रिहाई के लिए 9 जनवरी को हुंकार रैली का आयोजन किया जा रहा है. सामाजिक और न्याय के लिए युवा हुंकार रैली एवं जनसभा के नाम से की जा रही रैली में गुजरात के वडगाम से विधायक बने जिग्नेश मेवाणी, असम के आरटीआई एक्टिविस्ट और किसान नेता अखिल गोगोई भी उपस्थित होंगे. पार्लियामेंट स्ट्रीट पर जनसभा का आयोजित किया जाएगा. जनसभा का उद्देश्य भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर की रिहाई की मांग सहित रोजगार के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरना है. जिग्नेश मेवाणी ने सूचना के लिए एक फोटो ट्वीट किया है जिसमें दलित उत्पीड़न और अल्पसंख्यकों पर हमलों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जवाबदेही की मांग की गई है. इसके साथ ही पोस्टर में सभी के लिए सस्ती शिक्षा देने की मांग की गई है.

कौन है चंद्रशेखर रावण
पिछले साल अप्रैल में सहारनपुर के शब्बीरपुर में जातीय हिंसा हुई थी. यहां दलितों के घरों में आग लगा दी गई थी और उन्हें पीटा गया था. इस मामले के बाद भीम आर्मी का नाम सामने आया. भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर रावण ने मई 2017 में सहारनपुर में दलितों की सभा बुलाई. उस वक्त तक यह चर्चित नाम नहीं था. पुलिस ने जनसभा करने की इजाजत नहीं दी और जनसभा करने के लिए एकत्रित हुए लोगों पर पथराव कर दिया था. इसके बाद वहां फिर से हिंसा भड़क उठी. चंद्रशेखर के नेतृत्व में जमा हुए लोगों ने शहर भर में तोड़फोड़ कर डाली थी. इस मामले में काफी मशक्कत के बाद चंद्रशेखर को डलहौजी से गिरफ्तार किया गया था. एक बार जमानत पर बाहर आने के बाद चंद्रशेखर फिर से जेल में है.

जेल जाने से पहले चंद्रशेखर रावण ने पुलिस को काफी चकमा दिया था. इतना ही नहीं चंद्रशेखर ने गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद भी दिल्ली के जंतर मंतर पर विशाल रैली की. 21 मई को दिल्ली के जंतर मंतर पर लाखों लोग चंद्रशेखर रावण के समर्थन में इकट्ठा हुए. यूपी पुलिस जंतर मंतर से भी चंद्रशेखर रावण को गिरफ्तार नहीं कर पाई. बाद में हिमाचल प्रदेश के डलहौजी से चंद्रशेखर रावण को गिरफ्तार किया गया था. चंद्रशेखर रावण पर कार्रवाई के विरोध में सहारनपुर के कई गांव के लोगों ने धर्म परिवर्तन भी कर लिया था.

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