नई दिल्ली. टाटा समूह के चेयरमैन और शापूरजी पालोनजी ग्रुप के एमडी रहे अरबपति कारोबारी साइरस मिस्त्री का रविवार को एक सड़क हादसे में निधन हो गया, 54 साल के साइरस मिस्त्री की महाराष्ट्र में पालघर के पास एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई, कारोबार परिवार से ताल्लुक रखने वाले साइरस मिस्त्री के जीवन […]
नई दिल्ली. टाटा समूह के चेयरमैन और शापूरजी पालोनजी ग्रुप के एमडी रहे अरबपति कारोबारी साइरस मिस्त्री का रविवार को एक सड़क हादसे में निधन हो गया, 54 साल के साइरस मिस्त्री की महाराष्ट्र में पालघर के पास एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई, कारोबार परिवार से ताल्लुक रखने वाले साइरस मिस्त्री के जीवन की सबसे अहम घटना Tata Sons का चेयरमैन बनने की ही रही. रिपोर्ट्स के मुताबिक, साइरस मिस्त्री करीब 1000 करोड़ से अधिक की संपत्ति छोड़ गए.
टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन का कारोबार कई देशों में फैला है, बता दें मिस्त्री का कारोबार भारत, पश्चिम एशिया और अफ्रीका तक फैला हुआ है. टाटा संस में मिस्त्री की 18.4 फीसदी हिस्सेदारी है और साइरस मिस्त्री 2012 से 2016 तक टाटा संन्स ग्रुप के चेयरमैन भी रहे थे. 4 सितंबर 1968 को मुंबई में जन्में मिस्त्री ग्रुप के छठे चेयरमैन भी थे, बता दें आयरलैंड में पैदा हुए 54 साल के साइरस मिस्त्री ने लंदन बिजनेस स्कूल से पढ़ाई की थी उन्हें 1994 में शापूरजी पलोनजी ग्रुप का निदेशक बनाया गया था. मिस्त्री का कारोबार कंस्ट्रक्शन, रियल एस्टेट, इंजीनियरिंग समेत कई अन्य क्षेत्र में फैला हुआ है. वहीं, शापूरजी पालोनजी ग्रुप का कारोबार दुनियाभर के 50 देशों में फैला हुआ है. ‘
साइरस मिस्त्री टाटा संस के छठे चेयरमैन बने थे, जबिक दिसंबर 2012 को रतन टाटा ने इस पद से रिटायरमेंट ले लिया था, इसके साथ ही साइरस मिस्त्री टाटा संस के सबसे युवा चेयरमैन बने थे. गौरतलब है कि मिस्त्री परिवार टाटा सन्स में दूसरा सबसे बड़ा शेयरहोल्डर्स है और टाटा समूह में इस परिवार की 18.4 फीसदी हिस्सेदारी है. 2016 को मिस्त्री को चेयरमैन पद से हटाए जाने के बाद फिर से समूह की कमान रतन टाटा ने अंतरिम चेयरमैन के रूप में अपने हाथ में ले ली थी.