Cyclone Tauktae : चक्रवाती तूफान तौकते ने मुंबई के बाद अब गुजरात में भारी तबाही मचाई है। अरब महासागर से उठे चक्रवाती तूफान तौकते देर रात गुजरात के तट से टकराया। समुंद्र तट के करीबी इलाके पोरबंदर और महुवा में जब ये तूफान दाखिल हुआ उस समय 190 किमी प्रति घन्टे की रफ्तार से हवाएं चलने लगी।
मुंबई. चक्रवाती तूफान तौकते ने मुंबई के बाद अब गुजरात में भारी तबाही मचाई है। अरब महासागर से उठे चक्रवाती तूफान तौकते देर रात गुजरात के तट से टकराया। समुंद्र तट के करीबी इलाके पोरबंदर और महुवा में जब ये तूफान दाखिल हुआ उस समय 190 किमी प्रति घन्टे की रफ्तार से हवाएं चलने लगी। इस तूफान से मुंबई और कर्नाटक में 12 लोगों ने जान गवाईं हैं। वहीं गुजरात में तकरीबन 2 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है।
बीती रात गुजरात से 60 किलोमीटर पहले दीव में लैंडफॉल हुआ, तट से टकराने के बाद तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। गुजरात में बचाव के लिए सेना की 180 टीमें तैनात की गई है।
मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात पहुंचने से पहले ही तूफान ने मुंबई में भारी तबाही मचाई है। महाराष्ट्र में चक्रवात तौकते ने 6 लोगों की जान ले ली, जबकि 9 लोग घायल हुए हैं। वहीं 4 मवेशियों की भी मौत हुई है। सीएम उद्धव ठाकरे ने राहत कार्य में और तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उधर ओएनजीसी की बोट पर फंसे 273 लोगों में से अब तक 146 लोगों का रेस्क्यू किया गया है, जबकि 127 लोग अब भी लापता हैं।
बात करें कर्नाटक की तो इस चक्रवाती तूफान ने 121 गांवों में तबाही मचाई है। इस तबाही की जद में आकर 6 लोगों ने जान गंवा दी।
पेड़ उखड़े, बिजली गुल
तूफान से सौराष्ट्र के हजारों गांवों में बिजली गुल हो गई है। कई जगह पर पेड़ जड़ से उखड़ गए तो कहीं हवाएं इतनी तेज थी कि कच्चे मकान की छत और टीन शेड तक उड़ा ले गई। गुजरात के कई जगहों पर 1 मिमी से 8 इंच तक बारिश हुई।
मौसम विभाग ने, मंगलवार को गिर सोमनाथ, अमरेली, भावनगर, जूनागढ़, बोटाद, दीव, वलसाड, नवसारी, दमन, दादरा नगर हवेली, सुरेंद्रनगर, राजकोट, भरूच, सूरत, अहमदाबाद, आनंद, खेड़ा, वडोदरा, पोरबंदर,जामनगर, मोरबी में भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है। जबकि गांधीनगर और अहमदाबाद में हाई अलर्ट जारी किया गया है।
हर संभव मदद करेगा केंद्र
गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने कहा कि सूबे के तटीय जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद वो पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से संपर्क में हैं। केंद्र ने इस आपदा से निपटने के लिए हर संभव मदद का ऐलान किया है। साथ ही तीनों सेनाओं को जरूरत पड़ने पर मदद के लिए तैयार रहने को कहा है।
23 साल बाद आया ऐसा तूफान
मालूम हो कि इससे पहले 9 जून, 1998 को आए तूफान में मरने वालों की संख्या 1,173 थी, जबकि 1,774 लापता हो गए थे। हालांकि ये सरकारी आंकड़ा था। जबकि एक पत्रिका के मुताबिक उस तूफान में तकरीबन 4 हजार लोग मारे गए थे।