गांधीनगर: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर आईएमडी के निदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने ताजा जानकारी दी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक ने कल गुरुवार की रात को तकरीबन 2 बजे जानकारी दी कि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय उत्तर पूर्व की तरफ मूव हुआ और इसने गुजरात के जखाऊ बंदरगाह के नजदीक पाकिस्तान तट से […]
गांधीनगर: चक्रवाती तूफान बिपरजॉय को लेकर आईएमडी के निदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने ताजा जानकारी दी है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक ने कल गुरुवार की रात को तकरीबन 2 बजे जानकारी दी कि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय उत्तर पूर्व की तरफ मूव हुआ और इसने गुजरात के जखाऊ बंदरगाह के नजदीक पाकिस्तान तट से सटे सौराष्ट्र-कच्छ को पार किया है. इस बीच हवा की रफ्तार 115 से 125 किलो मीटर प्रति घंटे थी. इतना ही नहीं चक्रवाती तूफान अब समुद्र से जमीन की तरफ बढ़ गया है और सौराष्ट्र-कच्छ की ओर केंद्रित है.
मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक का कहना है कि इसकी रफ्तार धीरे-धीरे कम हो रही है. आज शुक्रवार (16 जून) की सुबह को रफ्तार और कमजोर हो जाएगी. तब इसकी रफ्तार 75 से 85 किलो मीटर प्रति घंटे होगी और इसका सेंटर सौराष्ट्र-कच्छ के ऊपर रहेगा. इसके बाद ये तूफान नॉर्थ ईस्ट की ओर बढ़ेगा और शाम तक साउथ राजस्थान और नॉर्थ गुजरात के इलाकों में केंद्रित रहेगा. साथ ही इसकी रफ्तार भी घटती जाएगी. बता दें कि तब इसकी रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे होगी. राजस्थान में कल शनिवार (17 जून) को भी भारी बरसात होगी.
VSCS BIPARJOY moved northeastwards & CROSSED Saurashtra-Kutch coast near Jakhau Port (Gujarat) between 2230 & 2330 IST of 15 June as a VSCS with windspeed of 115-125kmph. Lay centered at 2330IST lat 23.3N & Long 68.6E about 10km north of Jakhau Port, 30km WNW of Nalia as a SCS. pic.twitter.com/6o9jdoWPXj
— India Meteorological Department (@Indiametdept) June 15, 2023
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के कारण गुजरात के कच्छ, द्वारका, मोरबी और अन्य क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ भारी बरसात हो रही है. चक्रवाती तूफान ने कच्छ जिले में कल गुरुवार की शाम को दस्तक दी थी. IMD ने बताया कि चक्रवाती तूफान के टकराने की प्रक्रिया देर शाम शुरू हो गई और साथ ही ये प्रक्रिया मध्यरात्रि तक पूरी होगी.
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की चुनौतियों से निपटने के लिए एजेंसियों को अलर्ट किया गया है. वहीं दिन में मौसम विभाग ने बताया था कि चक्रवात भारी बरसात लाएगा और समुद्र में 2-3 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं. जिसके चलते चक्रवाती तूफान के टकराने के दौरान कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर और मोरबी जिलों के निचले क्षेत्रों में बाढ़ की संभावना है.
जानकारी के मुताबिक गुजरात के 8 तटीय जिलों से एक लाख से ज्यादा लोगों को निकाला गया है. इसके बाद लोगों को सुरक्षित आश्रयों में ले जाया गया है. गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे का कहना है कि तूफान की वजह से तकरीबन 22 लोग घायल हो गए हैं. इतना ही नहीं 23 पशुओं की मौत हुई है, लगभग 524 पेड़ गिर गए हैं. कुछ इलाकों पर बिजली के खंभे भी गिर गए हैं, जिसकी वजह से 940 गांवों में बिजली गुल है.