Criminal cases against BJP MLA Sadhna Singh: मुगलसराय क्षेत्र से बीजेपी विधायक साधना सिंह ने चंदौली जिले के करणपुरा गांव में आयोजित किसान कुंभ कार्यक्रम में शनिवार को बसपा सुप्रीमो मायावती पर विवादित टिप्पणी की. उन्होंने कहा था, 'हमें तो उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ना महिला लगती हैं और ना ही पुरुष. जिस महिला का इतना बड़ा चीर हरण हुआ उसने कुर्सी पाने के लिए अपने सारे सम्मान को बेच दिया. ऐसी महिला मायावती का हम इस कार्यक्रम के माध्यम से तिरस्कार करते हैं.'
लखनऊ. हाल ही में एक कार्यक्रम में भाजपा विधायक साधना सिंह ने बसपा प्रमुख मायावती पर एक विवादित बयान दिया था. उन्होंने अपने बयान में कहा था कि हमें उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ना महिला लगती हैं और ना पुरुष. जिस महिला का इतना बड़ा चीर हरण हुआ हो वो कुर्सी पाने के लिए अपने सारे सम्मान को बेच चुकी है. मायावती का हम इस कार्यक्रम के माध्यम से तिरस्कार करते हैं. वह महिला नारी जाति पर कलंक है. जिस महिला की इज्जत बीजेपी के नेताओं ने लुटते-लुटते बचाया उसी ने सुख-सुविधा के लिए अपने वर्चस्व को बचाने के लिए अपमान को पी लिया. ऐसी महिला तो किन्नर से भी ज्यादा खराब है. वह ना नर है, ना महिला है उसकी किस श्रेणी में गिनती करें.
हालांकि अपने इस बयान पर साधना सिंह ने खेद भी प्रकट किया है. साधना ने इस बयान की आलोचना होने के बाद कहा, ‘मेरे भाषण के दौरान मेरी मंशा किसी को अपमानित करने की नहीं थी. अगर मेरे शब्दों से किसी को कष्ट हुआ दुख पहुंचा तो मैं खेद प्रकट करती हूं.’ साधना सिंह के मायावती पर विवादित टिप्पणी करने के बाद बीजेपी, बसपा, सपा सभी ने इसकी निंदा की. साधना सिंह के खिलाफ चंदौली के बबुरी थाने में शिकायत भी दर्ज कराई गई है.
जानें कौन है ये साधना सिंह
साधना सिंह मुगलसराय क्षेत्र से बीजेपी विधायक हैं. वह पहली बार विधायक बनी हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में 2017 में विधानसभा चुनावों के दौरान रिटर्निंग ऑफिसर को सौंपे गए एक हलफनामे में साधना सिंह के खिलाफ सात आपराधिक मामलों का उल्लेख किया गया था. इनमें दंगा, संयम खोना, दूसरों को खतरे में डालना और सरकारी कर्मचारी को आपराधिक बल के उपयोग से काम करने से रोकना शामिल था. लगभग डेढ़ दशक पहले राजनीति में शामिल होने से पहले साधना सिंह चंदौली व्यापर मंडल की अध्यक्ष थीं. उन्होंने भाजपा महिला विंग की चंदौली इकाई का भी नेतृत्व किया.
साधना ने 1997 में सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय (एसएसयू) से स्नातक किया. उन्होंने 2017 यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा का टिकट हासिल किया और मुगलसराय सीट जीती. चुनाव के दो महीने बाद, मई 2017 में वह कथित रूप से मुगलसराय मंडल के रेलवे प्रबंधक से शहर की यूरोपीय कॉलोनी में साफ-सफाई की कमी से नाराज हो गई थी. वो अपने समर्थकों के साथ डीआरएम कार्यालय गई जहां नौबत बिगड़ती देख सुरक्षाकर्मियों ने हस्तक्षेप करके उन्हें शांत करवाया था. इस बार भी साधना सिंह के खिलाफ एक और शिकायत दर्ज करवाई जा चुकी है. ये शिकायत बीएसपी नेता रामचंद्र गौतम के द्वारा करवाई गई है.
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