नई दिल्लीः एडीआर और नेशनल इलेक्शन वॉच की एक रीपोर्ट के मुताबिक देश भर के 44 फीसदी विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं वहीं दिल्ली में सबसे ज्यादा 53 प्रतिशत विधायकों के खिलाफ दर्ज है. एडीआर और नेशनल इलेक्शन वॉच ने देशभर के विधानसभाओं और केंद्र शासित प्रदेशों में दिए गए विधायकों के हलफनामों के […]
नई दिल्लीः एडीआर और नेशनल इलेक्शन वॉच की एक रीपोर्ट के मुताबिक देश भर के 44 फीसदी विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं वहीं दिल्ली में सबसे ज्यादा 53 प्रतिशत विधायकों के खिलाफ दर्ज है. एडीआर और नेशनल इलेक्शन वॉच ने देशभर के विधानसभाओं और केंद्र शासित प्रदेशों में दिए गए विधायकों के हलफनामों के आधार पर रिपोर्ट प्रकाशित किया है. विश्र्लेषण किए गए विधायकों में से 1136 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज है यानी की 28 फिसदी.
28 राज्य विधानसभाओं और दो केंद्र शासित प्रदेशों के मौजूदा 4,033 विधायकों में से कुल 4,001 को शामिल किया गया. इसमें से 28 प्रतिशत यानी 1136 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं. इनमें हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़े गंभीर आरोप शामिल हैं गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं इनमें हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़े गंभीर आरोप शामिल हैं. हलफनामा विधायकों द्वारा उनके हालिया चुनाव लड़ने से पहले दायर किया गया था.
एडीआर और नेशनल इलेक्शन वॉच के द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार केरल में 135 में से 95 विधायकों, बिहार में 242 विधायकों में से 161,दिल्ली में 70 में से 44 विधायक,महाराष्ट्र में 284 में से 175 विधायक,तेलंगाना में 118 में से 72 विधायक ,तमिलनाडु में 224 विधायकों में से 134 के खिलाफ संगीन मामले दर्ज है.
रिपोर्ट में विधायकों की संपत्तिया भी घोषित की गई है. रिपोर्ट के हिसाब से राज्य के प्रति विधायक औसत संपत्ति 13.63 करोड़ रुपये पाई गई है लेकिन दागी विधायकों की औसत संपत्ति 16.36 करोड़ रुपये से अधिक है. जबकि बिना आपराधिक मामलों वाले की औसत संपत्ति 11.45 करोड़ रुपये है.
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