नई दिल्ली: हनुमान जयंती के मौके पर जहांगीरपुरी में जमकर हिंसा और तोड़ फोड़ हुई थी. इस घटना के मुख्य आरोपी अंसार पर आरोप है कि उसने जहांगीरपुरी में निकाली जा रही शोभायात्रा को रोकने के लिए लोगों को इकठ्ठा करके भड़काया था. इस पूरे मामले की क्राइम ब्रांच तफ्तीश कर रही है. इतना ही […]
नई दिल्ली: हनुमान जयंती के मौके पर जहांगीरपुरी में जमकर हिंसा और तोड़ फोड़ हुई थी. इस घटना के मुख्य आरोपी अंसार पर आरोप है कि उसने जहांगीरपुरी में निकाली जा रही शोभायात्रा को रोकने के लिए लोगों को इकठ्ठा करके भड़काया था. इस पूरे मामले की क्राइम ब्रांच तफ्तीश कर रही है.
इतना ही नहीं, इस मामले की जांच कर रही दिल्ली क्राइम ब्रांच से ख़बर आ रही है कि इस झड़प के मुख्य आरोपी अंसार ने इस दंगे की योजना पहले से ही कर ली थी. अंसार ने इसके लिए सात दिन पहले से ही मीटिंग बिठा रखी थी.
जानकारी के मुताबिक, 16 अप्रैल को हुई हनुमान जयंती के जुलूस से ठीक 1 हफ्ते पहले अंसार ने दंगे को अंजाम देने के लिए एक बैठक बुलाई थी. जांच में पता चला कि अंसार ने जहांगीरपुरी के कुशल चौक पर कुल 30 लोगों के साथ मीटिंग की थी, जिसमें प्लानिंग की गई थी कि वे जुलूस के दौरान हिंसा को कैसे अंजाम देंगे।
दिल्ली क्राइम ब्रांच ने बताया कि आरोपी ने बहुत सारे घरों की छतों पर लाल रंग के पत्थर जमा किए थे. यह सब कुछ पहले से ही प्लान किया हुआ था. बाद में आरोपी ने पूरी छत को धोकर साफ़ किया. यह सब उसने सबूतों को नष्ट करने के लिए किया था.
जानकारी के अनुसार, अंसार की ओर से बुलाई गई मीटिंग में तकरीबन 30 लोग शामिल हुए थे. इसमें कुछ किशोर नाबालिग भी शामिल थे. सूत्रों ने यह भी बताया कि कॉल रिकॉर्डिंग से बचने के लिए आरोपी WhatsApp कॉल पर बात करते थे. पुलिस अन्य अपराधियों की पहचान करने में जुटी हुई है.