विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले कांग्रेस ने अखिलेश प्रसाद सिंह की जगह दलित समुदाय से आने वाले नेता राजेश कुमार को कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाकर बिहार में बड़ा सियासी दांव खेला है। पार्टी की ओर से किया गया यह बदलाव सामाजिक समीकरणों को संतुलित करने की रणनीति का हिस्सा है।
नई दिल्ली/पटना। पिछले दिनों कांग्रेस ने अखिलेश प्रसाद सिंह को बिहार प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया। जिसके बाद उन्होंने 10 जनपथ पर राहुल गांधी से मुलाकात की है। राहुल गांधी से मुलाकात के बाद अखिलेश प्रसाद सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वो पार्टी के फैसले से खुश हैं और इसके लिए राहुल गांधी जी को धन्यवाद देने आए हैं।
हालांकि, जब पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछा तो उन्होंने गुस्से में इसका जवाब दिया। अखिलेश प्रसाद सिंह से पत्रकारों ने पूछा कि क्या पद से हटाए जाने के बाद वह पार्टी में बने रहेंगे, जिस पर उन्होंने गुस्से में कहा कि ‘आप पागल हैं’?
बताया जा रहा था कि पिछले कुछ महीनों से बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और पार्टी के प्रदेश प्रभारी के बीच अनबन चल रही थी। कुछ समय पहले अखिलेश प्रताप सिंह ने कन्हैया कुमार की कांग्रेस यात्रा को लेकर भी नाराजगी जताई थी। इतना ही नहीं, पार्टी में गुटबाजी की लगातार शिकायतें भी आ रही थीं, जिसके बाद पार्टी आलाकमान ने प्रदेश अध्यक्ष बदलने का फैसला किया।
विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले कांग्रेस ने अखिलेश प्रसाद सिंह की जगह दलित समुदाय से आने वाले नेता राजेश कुमार को कांग्रेस का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाकर बिहार में बड़ा सियासी दांव खेला है। पार्टी की ओर से किया गया यह बदलाव सामाजिक समीकरणों को संतुलित करने की रणनीति का हिस्सा है।
बता दें कि बिहार में कांग्रेस के पूर्व प्रभारी भक्त चरणदास ने अखिलेश प्रसाद सिंह से पहले राजेश कुमार को प्रदेश अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन कई कारणों से ऐसा नहीं हो सका और पार्टी ने अखिलेश प्रसाद सिंह को कमान सौंप दी। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, लालू यादव के करीबियों में से एक हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने अपने बेटे को राष्ट्रीय जनता दल से टिकट दिलवाया था, जिसे लेकर उनकी काफी आलोचना भी हुई थी।