नई दिल्लीः कर्नाटक में कोरोना के नए वैरिएंट के मामले में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। कोविड-19 मामलों में वृद्धि के मद्देनजर अब राज्य सरकार भी सतर्क हो गई है। सरकार ने गुरुवार यानी 28 दिसंबर को अधिकारियों को हिदायत देते हुए पॉजिटिव मामलों का पता लगाने के लिए टेस्ट की संख्या बढ़ाने […]
नई दिल्लीः कर्नाटक में कोरोना के नए वैरिएंट के मामले में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है। कोविड-19 मामलों में वृद्धि के मद्देनजर अब राज्य सरकार भी सतर्क हो गई है। सरकार ने गुरुवार यानी 28 दिसंबर को अधिकारियों को हिदायत देते हुए पॉजिटिव मामलों का पता लगाने के लिए टेस्ट की संख्या बढ़ाने को कहा है। साथ ही अधिकारियों को आईसीयू का उपयोग करने और कोरोना के कारण होने वाली मौतों का ऑडिट करने जैसे उपाय अपनाने का आदेश दिया गया है।
अधिकारियों को इसी के साथ आईसीयू का उपयोग करने और कोरोना के कारण होने वाली मौतों का ऑडिट करने जैसे उपाय अपनाने का आदेश दिया गया है। सरकार ने यह भी कहा है कि जैसे-जैसे नए साल का त्योहारी सीजन नजदीक आ रहा है, वैसे वैसे संक्रमण बढ़ने की आशंका और बढ़ गई है। ऐसे में राज्य सरकार की तरफ से निर्देश दिए गए है कि सभी सार्वजनिक अस्पतालों को मरीजों के इलाज के लिए कुछ आईसीयू बेड कोविड-19 आइसोलेशन वार्ड के रूप में बनाने चाहिए।
राज्य स्वास्थ्य अधिकारियों और बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि सभी निर्देशों का पालन कराया जाए। सरकार ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोगों को शीघ्र उपचार पाने का अधिकार है। सरकार ने यह भी कहा कि अभी फिलहाल कर्नाटक में 400 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव लोग घर पर आइसोलेट हैं और कुछ लोग अस्पताल में एडमीट हैं। सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि कम से कम एक बार रोगी की चिकित्सा स्थिति और लक्षणों का आकलन करना होगा।