Covid-19 Latest News: कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत के बाद भी कोरोना मामलों ने पकड़ी रफ्तार. 16 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना एक्टिव केसो में हुई वृद्धि. भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 10,584 नए मामले आए कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,10,16,434 हुई.
नई दिल्ली: देश में कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं. पिछले कुछ समय से कोरोना की रफ्तार कम हुई थी लेकिन अब देश के कई राज्यों में कोविड-19 के मामलों में फिर एक बार उछाल देखने को मिल रहा है जिसने सरकार के साथ-साथ प्रशासन की भी चिंता बढ़ा दी है. हालांकि देश में कोरोना की वैक्सीन लगनी शुरू हो चुकी है और अबतक करीब 12 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है लेकिन कोरोना के बढ़ते मामले चिंताजनक बने हुए हैं.
लेकिन पिछले सात दिनों में देश के विभिन्न राज्यों में जिस तरह कोरोना के मामले रफ्तार पकड़ते जा रहे है, उसने राज्यों के लोगों समेत स्वास्थ्य मंत्रालय की भी मुश्किलें बढ़ा दी हैं. देश के कई राज्यों ने तो रात्रि कर्फ्यू तक का एलान कर दिया है.
16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आखरी सप्ताह कोरोना के नए एक्टिव केसों में वृद्धि दर्ज की गई है. खैर यह वृद्धि काफी मामूली रही, लेकिन इस वृद्धि को देखते हुए सरकारें सतर्क हो गई हैं. कई राज्यों ने सीमा पर अलर्ट जारी कर दिया है. भारत में बीते दिनों में कोरोना के मामलों में अचानक तेजी देखी गई है.
बता दें कि करीब 7 से 8 राज्यों में कोरोना की स्थिति गंभीर होती नजर आ रही है. महाराष्ट्र में पिछले सप्ताह कोरोना के एक्टिव केस में 81% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. मध्य प्रदेश में 43%, पंजाब में 31%, जम्मू-कश्मीर में 22%, छत्तीसगढ़ में 13%, हरियाणा में 11%, चंडीगढ़ में 43%, कर्नाटक में 4.6% और गुजरात में 4% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक महाराष्ट्र, केरल, छत्तीसगढ़, पंजाब और मध्य प्रदेश में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 10,584 नए मामले आए कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,10,16,434 हुई. 78 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 1,56,463 हो गई है. देश में कुल 1,17,45,552 लोगों को कोरोना वायरस की वैक्सीन लगाई गई है.
Covid-19 latest News: कोरोना ने फिर डराया, महाराष्ट्र के बाद 5 राज्यों ने बढ़ाई सरकार की टेंशन
दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने तय किया है कि देश कि राजधानी दिल्ली में सीमित क्षमता के साथ मेट्रो चलेगी इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी में सार्वजनिक बसें और मेट्रो ट्रेनें कम से कम दो और हफ्तों तक सीमित क्षमता के साथ ही चलेंगी.