नई दिल्लीः दिल्ली में कोविड-19 सब-वैरिएंट जेएन.1 के 16 मामले रिकॉर्ड किए गए हैं। सभी को होम आइसोलेशन में रखा गया है। राष्ट्रीय राजधानी में पिछले हफ्ते कोविड-19 सब-वैरिएंट जेएन.1 का पहला केस सामने आया था। एक अधिकारी ने कहा कि जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए 19 नमूनों की रिपोर्ट सोमवार को मिली है। […]
नई दिल्लीः दिल्ली में कोविड-19 सब-वैरिएंट जेएन.1 के 16 मामले रिकॉर्ड किए गए हैं। सभी को होम आइसोलेशन में रखा गया है। राष्ट्रीय राजधानी में पिछले हफ्ते कोविड-19 सब-वैरिएंट जेएन.1 का पहला केस सामने आया था। एक अधिकारी ने कहा कि जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए 19 नमूनों की रिपोर्ट सोमवार को मिली है। अधिकारियों ने बताया कि इनमें से 15 नमूनों में जेएन.1 वैरिएंट, दो में एक्सबीबी सब-वेरिएंट और बाकी में अन्य वैरिएंट मिले हैं।
अधिकारी ने जानकारी दी कि पहले मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, क्योंकि वह बहुत डरी हुई थी। उसमें हल्के लक्षण थे। उसे कुछ दिनों के अंदर छुट्टी दे दी गई। जेएन.1 वैरिएंट के साथ पाए गए 15 मरीज घर में अलग-अलग हैं और उन्हें कोई असुविधा नहीं है। उनमें से चार ठीक भी हो गए हैं। अधिकारी ने बताया कि चिंता की कोई बात नहीं है।
बता दें मंगलवार को अपडेट किए गए INSACOG के आंकड़ों के मुताबिक, देश में अब तक कोविड-19 सब-वेरिएंट जेएन.1 के कुल 312 मामले सामने आए हैं, जिनमें से लगभग 47 प्रतिशत केरल में रिकॉर्ड किए गए हैं। अब तक दस राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने वायरस के JN.1 सब-वेरिएंट की उपस्थिति का पता लगाया है। केरल (147), गोवा (51), गुजरात (34), महाराष्ट्र (26), तमिलनाडु (22), दिल्ली (16), कर्नाटक (आठ), राजस्थान (पांच), तेलंगाना (दो) और ओडिशा ( एक)।
आईएनएसएसीओजी के आंकड़ों से पता चला है कि दिसंबर में देश में रिकॉर्ड किए गए 279 कोविड मामलों में JN.1 की उपस्थिति थी, जबकि नवंबर में 33 ऐसे मामलों का पता चला था।