Covaxin in not listed in WHO : कोरोना महामारी की वजह से आज भी कई देशों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। हालांकि कई देश वैक्सीन लगा चुके लोगों को यात्रा की अनुमति दे रहे हैं। लेकिन इसके लिए वैक्सीन लगवाना जरूरी है। कई देश वैक्सीन लगा चुके लोगों को यात्रा की अनुमति दे रहे हैं और कुछ देश इसकी तैयारी में हैं। लेकिन कोवैक्सीन लगवाने वालों के लिए शायद अभी ये संभव न हो सके। कोवैक्सीन की दोनों खुराकें लगवाने वाले लोगों को अंतरराष्ट्रीय यात्रा की छूट नहीं मिली है।
लखनऊ. कोरोना महामारी की वजह से आज भी कई देशों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। हालांकि कई देश वैक्सीन लगा चुके लोगों को यात्रा की अनुमति दे रहे हैं। लेकिन इसके लिए वैक्सीन लगवाना जरूरी है। कई देश वैक्सीन लगा चुके लोगों को यात्रा की अनुमति दे रहे हैं और कुछ देश इसकी तैयारी में हैं। लेकिन कोवैक्सीन लगवाने वालों के लिए शायद अभी ये संभव न हो सके। कोवैक्सीन की दोनों खुराकें लगवाने वाले लोगों को अंतरराष्ट्रीय यात्रा की छूट नहीं मिली है।
दरअसल, भारत बाॅयोटेक की वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ लगवा चुके लाेग फिलहाल अमेरिका और यूरोप नहीं जा सकेंगे। वजह- यह वैक्सीन विश्व स्वास्थ्य संगठन की सूची में शामिल नहीं है। दुनिया के प्रमुख देश डब्ल्यूएचओ की इमरजेंसी यूज लिस्टिंग में शामिल वैक्सीन लगवाने वाले लोगों को ही वीसा दे रहे हैं। वीसा के लिए टीके का प्रमाणपत्र सभी देशों ने अनिवार्य कर रखा है। इनमें ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड जैसे देश भी शामिल हैं।
इस सूची में मॉडर्ना, फाइजर, एस्ट्राजेनेका, जानसेन, सिनोफार्म और सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड शामिल है लेकिन कोवैक्सीन को इसमें जगह नहीं मिली है।
मालूम हो कि ने इस बारे में कंपनी से कुछ और जानकारियां मांगी गई हैं। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि इस संबंध में जून में बैठक हाेनी है। इसमें कंपनी से मिले दस्तावेज की समीक्षा की जाएगी। उसके बाद ही कोई फैसला हाेगा। भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई मंत्रियों ने कोवैक्सीन लगवाई है।