नई दिल्ली: यदि आप किसी प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं तो यह खबर आपके लिए हैं, आपको लोगो तो यह अच्छे से पता होगा कि छुट्टियां लेने के लिए क्या – क्या नहीं करना पड़ता हैं। कितनी बार तो ऐसा भी होता है कि कोई कर्मचारी बीमार हों, तो भी उसको मजबूरी में ऑफिस […]
नई दिल्ली: यदि आप किसी प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं तो यह खबर आपके लिए हैं, आपको लोगो तो यह अच्छे से पता होगा कि छुट्टियां लेने के लिए क्या – क्या नहीं करना पड़ता हैं। कितनी बार तो ऐसा भी होता है कि कोई कर्मचारी बीमार हों, तो भी उसको मजबूरी में ऑफिस आना पड़ता है। लेकिन अगर कोई ज्यादा बीमार हों तो वो सिक लीव भी ले लेते हैं। वैसे तो लोग सिर्फ 2-4 दिनों की ही सिक लीव लेते हैं, लेकिन आपको बता दें कि आजकल एक शख्स बडी चर्चा में है, जिसने की इतने सिक लीव ले लिए कि उसे नौकरी से ही निकाल दिया कंपनी ने। दरअसल उसके बाद कुछ ऐसा भी हुआ जिसकी वजह से कंपनी की तरफ से उसे 14 लाख रुपये मिल गए।
यह किस्सा आयरलैंड का है। आपको बता दें कि डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, मिहालिस बुइनेनको नाम का एक व्यकि पिछले 11 सालों से आयरलैंड में ही स्थित लिडल सुपरमार्केट नामक की एक कंपनी में काम कर रहा था, लेकिन साल 2021 में उसे नौकरी से निकाल दिया गया। कंपनी के मुताबिक उसकी उपस्थिति बहुत ही खराब थी । कंपनी का कहना है कि करीब 10 दिन ऐसे थे, जब मिहालिस जल्दी घर चले जाते थे, जबकि 13 बार ऐसा हुआ था कि उन्होंने अपनी छुट्टियों को बढ़ा दिया था और वो भी मैनेजर या एचआर की मंजूरी के ही बिना। मिहालिस बुइनेनको कुल छुट्टियां 69 दिन थीं।
मामला कोर्ट में पहुंचा तब कंपनी के वकील ने का कहना था कि मिहालिस को इसलिए नौकरी से निकाला गया, क्योंकि अपनी छुट्टियों का वो सही कारण नहीं बता पाए और कंपनी के नियम भी तोड़े थे ।वहीं, दुसरी तरफ मिहालिस के वकील ने इस मामले में अपना पक्ष रखते हुए बताया कि मिहालिस ने जितनी भी छुट्टियां ली हैं, वो वाजिब हैं और कंपनी द्वारा ऑथराइज्ड सिक लीव की पॉलिसी पर ली हैं। मिहालिस बुइनेनको ने अपनी छुट्टियों को लेकर डॉक्टर से सर्टिफाई भी कराया था।
रिपोर्ट्स के अनुसार, मिहालिस बुइनेनको ने कोर्ट को बताया कि उनकी नौकरी जाने से उन्हें आर्थिक रूप से काफी ज्यादा नुकसान हुआ है। जिसके बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया और कंपनी को आदेश दिया कि मिहालिस को मुआवजे के तौर पर 14 लाख रुपये दिए जाएं।