दुनियाभर में शराब के शौकीन लोगों की कमी नहीं है। कुछ लोग महंगी अंग्रेजी शराब पसंद करते हैं जैसे रम,वोदका, व्हिस्की और भी कई प्रकार होते है।
नई दिल्ली: दुनियाभर में शराब के शौकीन लोगों की कमी नहीं है। कुछ लोग महंगी अंग्रेजी शराब पसंद करते हैं जैसे रम,वोदका, व्हिस्की और भी कई प्रकार होते है। जबकि कई लोग देसी शराब का सेवन करते हैं, खासकर ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग में देसी शराब ज्यादा पी जाती है। क्योंकि देसी शराब अंग्रेजी शराब की तुलना में काफी सस्ती होती है। लेकिन क्या आप जानते है कई बार देसी शराब जहरीली होजाती है। आज हम आपको बताएंगे इसके जेहरीले होने की वजह क्या है।
देसी शराब को अक्सर सस्ती और आसानी से उपलब्ध होने के कारण पसंद किया जाता है। वही देश के अलग- अलग राज्यों में सरकारी लाइसेंस पर देसी शराब की दुकानें खुली हुई है। इसके आलावा कई जगहों पर और खासकर ग्रामीण इलाकों में लोगों ने अवैध शराब की भट्टी चला रखी है। जहां पर सस्ते में देसी शराब मिलता है जिसे दारू भी बोलते है। हालांकि, कभी-कभी भट्टी में बनने वाली शराब जहरीली हो जाती है, जिससे कई लोगों की जान चली जाती है।
देशी और अंग्रेजी शराब की मेकिंग प्रक्रिया में कोई खास अंतर नहीं होता है। दोनों ही शराबें शीरे और अन्य कृषि उत्पादों से बनाई जाती हैं। परंपरागत रूप से तैयार की जाने वाली देसी शराब को प्लास्टिक की बोतलों या पन्नियों में बेचा जाता है।
देसी शराब पीने के नुकसान का एक बड़ा कारण है इसका ठीक से डिस्टिल न होना। अवैध शराब भट्टियों में बनाई जाने वाली शराब में एथिल अल्कोहल के बजाय मेथिल अल्कोहल बनने लगता है, जो इसे जहरीला बना देता है। मेथिल अल्कोहल शरीर में जाकर दिमाग पर सीधे असर करता है, जिससे गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
अवैध शराब भट्टी में बनने वाली शराब में ऐसे तत्व मिलाए जाते हैं जो इसे मेथिल अल्कोहल में बदल देते हैं, जिससे यह खतरनाक रूप से जहरीली हो जाती है। इसलिए, इस तरह की शराब का सेवन जानलेवा हो सकता है।
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