Corruption Charges against UP Ministers Secretaries: योगी सरकार के तीन बड़े मंत्री के निजी सचिव के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले में जांच के आदेश जारी हो गये हैं. इनमें यूपी सरकार के खनन राज्यमंत्री अर्चना पाण्डेय, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर के निजी सचिव शामिल है.
लखनऊ. यूपी में भाजपा सरकार के लिए एक नयी मुसीबत सामने आ गई है. योगी सरकार के तीन बड़े मंत्री के निजी सचिव के खिलाफ भ्रष्टाचार मामले में जांच के आदेश जारी हो गये हैं. गुरूवार को एक आधिकारी ने बताया है कि एक टीवी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन के आधार पर यूपी सरकार के खनन राज्यमंत्री अर्चना पाण्डेय, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओम प्रकाश राजभर के निजी सचिव के खिलाफ जांच के आदेश दे दिये गये हैं. साथ ही इस पूरे मामले की जांच की जिम्मेदारी एसआईटी (SIT) टीम को सौंपी गयी है.
सूत्रों की माने तो सचिवालय प्रशासन के मुख्य सचिव महेश गुप्ता ने इस जांच के आदेश दिये हैं. ऐसा माना जा रहा है कि उनको भी अब सस्पेंड कर दिया जायेगा. इस स्टिंग ऑपरेशन के तहत पिछड़ा कल्याण वर्ग के मंत्री ओम प्रकाश राजभर के निजी सचिव ओम प्रकाश कश्यप को एक ट्रांसफर के लिए 40 लाख रूपये की मांग करते दिखाया गया है. इसके अलावा सचिवालय के कर्मचारियों के पास इस मामले की रिकॉर्डिंग भी मौजूद है.
वीडियो के आधार पर एक रिपोर्टर को ठेकेदार के रुप में दिखाया गया है जिसमें स्कूल बैग और ड्रेस के का ठेके को अपने पक्ष में देने की बात होती है और इस सौदे के लिए बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री अनूप जायसवाल के पति से बातचीत होगी. साथ ही मंत्री के सचिव को मोजे और जूते के टेंडर में कमीशन मांगते दिखाया गया है. तो दूसरी ओर भारतीय समाज पार्टी (SBSP)के मंत्री सुहेलदेव ने साफ कहा कि उनका इस पूरी घटना से कोई लेना देना नहीं है. साथ ही पूरे मामले की जांच के लिए अपने विभाग के प्रमुख सचिव को आदेश दिया है.
इसके अलावा उसी स्टिंग ऑपरेशन में MoS खनन राज्यमंत्री अर्चना पांडे की निजी सचिव को रिपोर्टर के साथ लगभग आधा दर्जन जिलों में खनन का ठेका दिलवाने का सौदा दिखाया गया है. गौरतलब है कि मंत्री ने कहा कि है कि उनके पीएस (पर्सनल सेक्रटरी) सचिव एसपी त्रिपाठी के के खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी. हालांकि इस पूरे मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) द्ववारा की जायेगी. वहीं (MoS)बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के निजी सचिव संतोष अवस्थी को भी इस स्टिंग ऑपरेशन में किताबों के कॉन्ट्रेक्ट पर डील और डील में कटौती की मांग करते दिखाया गया है.
बता दे संदीप सिंह यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह पोते हैं. इस स्टिंग ऑपरेशन के तहत यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार को बड़ा झटका लगा है. इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने दावा पेश किया था कि उनके सिस्टम से भ्रष्टाचार को हर विभाग से खत्म कर दिया गया है. लेकिन इस स्टिंग ऑपरेशन ने योगी सरकार के दावे को खोखला साबित कर दिया है. ऐसे में आने वाले समय में भाजपा की मुसीबत बढ़ सकती है.