नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस एक बार फिर जोर पकड़ रहा है। पिछले 24 घंटे में 1,249 मामले दर्ज किए गए हैं। सक्रिय मामले बढ़कर 7,927 हो गए। पॉजिटिविटी रेट भी बढ़कर 1.9 फीसदी हो गया। देश के चार राज्यों में यह वायरस तेजी से फैल रहा है। इन राज्यों में महाराष्ट्र, गुजरात, केरल […]
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस एक बार फिर जोर पकड़ रहा है। पिछले 24 घंटे में 1,249 मामले दर्ज किए गए हैं। सक्रिय मामले बढ़कर 7,927 हो गए। पॉजिटिविटी रेट भी बढ़कर 1.9 फीसदी हो गया। देश के चार राज्यों में यह वायरस तेजी से फैल रहा है। इन राज्यों में महाराष्ट्र, गुजरात, केरल और कर्नाटक शामिल हैं। हालांकि, इनमें से किसी भी राज्य में कोविड से होने वाली मौतों और अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में खास इजाफा नहीं हुआ है। लेकिन कुछ राज्यों में पॉजिटिविटी रेट तेजी से बढ़ रहा है। यह आठ फीसदी से ज़्यादा हो गया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक पांच फीसदी से ऊपर पॉजिटिविटी रेट चिंताजनक है। ऐसे में वायरस फैलने का खतरा बढ़ जाता है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और गोवा में पॉजिटिविटी रेट आठ फीसदी से ज्यादा है। महाराष्ट्र (8.32), हिमाचल प्रदेश (8.66) और गोवा में 9.52% है। इसका मतलब यह है कि इन तीनों राज्यों में प्रति 100 कोविड जांच पर 8 से ज्यादा लोग संक्रमित हैं, जबकि एक सप्ताह पहले तक इन तीनों राज्यों में संक्रमण दर पांच प्रतिशत से भी कम थी। लेकिन अब वायरस का प्रसार तेजी से बढ़ रहा है।
इन राज्यों में ओमिक्रॉन सबवेरिएंट XBB.1.16 के मामले भी बढ़ रहे हैं। इस वैरिएंट के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में दर्ज किए गए हैं। महाराष्ट्र में 105 और कर्नाटक में 57 मामले सामने आए हैं। इस वेरिएंट के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। हालांकि जानकारों का कहना है कि XBB.1.16 वेरिएंट से कोई गंभीर खतरा नहीं है। उसके लक्षण हल्के हैं। किसी भी मरीज में सांस संबंधी कोई समस्या नहीं पाई गई। एम्स के पूर्व निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया का कहना है कि कोविड वायरस लगातार विकसित हो रहा है।इसके नए वेरिएंट सामने आ रहे हैं, लेकिन पिछले एक साल में ओमिक्रॉन के कई स्ट्रेन सामने आए हैं, जो अब संक्रामक नहीं हैं। ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं है।
डॉक्टर गुलेरिया का कहना है कि कोविड वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है। इससे मामले सामने आ रहे हैं और यह लोगों को संक्रमित कर रहा है। ऐसे में आपको बचाव करने की जरूरत है। लोगों को मास्क पहनने और बिना मास्क के बाहर निकलने से बचने की सलाह दी जा रही है। बूढ़े मरीज इस बात का विशेष ध्यान रखें।