Coronavirus in Winter: आईआईटी भुवनेश्वर और एम्स भुवनेश्वर की स्टडी में कहा गया है कि सर्दियों की शुरूआत तक भारत में कोरोना सबसे विकराल रूप में होगा. स्टडी बताती है कि तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के बाद संक्रमण के मामलों में 0.99% की गिरावट आ सकती है. इसके अलावा मामलों के दोगुना होने का समय तकरीबन 1.13 दिन बढ़ सकता है.
नई दिल्ली: भारत में कोरोना को लेकर एक और चिंताजनक खबर आ रही है. कहा जा रहा है कि सर्दियों में कोरोना के मामलों में काफी तेजी आ सकती है. एक स्टडी के मुताबिक भारत में सर्दियों में कोरोना के 1 करोड़ से ज्यादा मामले सामने आ सकते हैं और मृतकों का आंकड़ा पांच लाख के पार हो सकता है. आईआईटी भुवनेश्वर और एम्स भुवनेश्वर की स्टडी में कहा गया है कि सर्दियों की शुरूआत तक भारत में कोरोना सबसे विकराल रूप में होगा. स्टडी बताती है कि तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के बाद संक्रमण के मामलों में 0.99% की गिरावट आ सकती है.
इसके अलावा मामलों के दोगुना होने का समय तकरीबन 1.13 दिन बढ़ सकता है. आईआईटी की स्टडी में ये बात भी निकलकर आई है कि आर्द्रता में कोरोना मामलों में बढ़ोतरी से कोविड-19 मामलों की संख्या में वृद्धि होती है, जबकि मामलों के दोगुना होने का समय लगभग 1.18 दिन घट जाता है.
स्टडी बताती है कि मॉनसून में कोरोना मामलों में तेजी की आशंका है और यह सर्दियों में भी तेजी से बढ़ सकता है. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस की एक स्टडी आईआईटी एम्स की स्टडी को सपोर्ट करती है जिसमें कहा गया है कि एक सितंबर तक देश में कोरोना के 35 लाख मामले हो जाएंगे जोकि मौजूदा मामलों से साढे तीन गुना ज्यादा है. इसके अलावा इस समय कोरोना के 30 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं. आईआईटी के खोजकर्ताओं के मुताबिक संभावित मामलों में से 10 लाख केस एक्टिव केस होंगे, जबकि मरने वालों की संख्या 1.4 लाख हो सकती है.
रिसर्च बताती है कि भारत में एक नवंबर तक कोरोना वायरस के मामलों की संख्या एक करोड़ के पार जा सकती है. रिसर्च का डाटा बताता है कि एक नवंबर को कोरोना के 1.2 करोड़ मरीज और पांच लाख मौतें हो सकती हैं वहीं एक जनवरी तक मृतकों की संख्या बढ़कर 10 लाख हो सकती है. रिसर्च ये भी बताती है कि एक जनवरी को देश में कोरोना वायरस के मामले 2.9 करोड़ हो सकते हैं.