Corona Vaccine Human Trial: पीजीआई रोहतक में ह्यूमन ट्रायल शुरू हो गया है. खबर है कि आज तीन लोगों पर वैक्सीन का इस्तेमाल किया गया था और सभी पर दवा का सही असर हुआ है और कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च, नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरलॉजी, भारत बायोटेक ने मिलकर कोवैक्सीन नाम से वैक्सीन बनाई है. भारत में भी दो वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल चल रहा है.
रोहतक: दुनियाभर में कोरोना को रोकने के लिए 140 से ज्यादा वैक्सीन बन रही हैं जिसमें से ज्यादातर स्टेज-2 में है यानी उनका ह्यूमन ट्रायल चल रहा है. भारत में भी कोरोना की दवाई स्टेज-2 में है. शुक्रवार को हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि भारत बायोटेक की बनाई कोरोना वैक्सीन Covaxin का पीजीआई रोहतक में ह्यूमन ट्रायल शुरू हो गया है. खबर है कि आज तीन लोगों पर वैक्सीन का इस्तेमाल किया गया था और सभी पर दवा का सही असर हुआ है और कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च, नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरलॉजी, भारत बायोटेक ने मिलकर कोवैक्सीन नाम से वैक्सीन बनाई है. भारत में भी दो वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल चल रहा है.
इस बीच दुनिया के आठ देश कोरोना की वैक्सीन को दुनियाभर से साझा करने के लिए एक साथ आए हैं कि अगर कोई वैक्सीन डेवलप हो जाती है तो उसका एक्सेस पूरी दुनिया को मिलेगा. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ट्वीट में कहा है कि जब हमें वैक्सीन मिले तो हमें साथ मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर जगह के लोगों को उसका एक्सेस मिले. इस बीच कोरोना वैक्सीन को कुछ देश बड़े मुनाफे के तौर पर भी देख रहे हैं. यही वजह है कि पिछले दिनों कनाडा और अमेरिका ने रूस पर वैक्सीन ट्रायल का डेटा हैक करने के आरोप लगाया था.
गौरतलब है कि दुनियाभर में कोरोना के एक करोड़ से ज्यादा केस हैं जबकि अब तक 5.92 लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. ब्राजील, भारत, रूस और पेरू जैसे देशों में कोरोना से मरने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. गौरतलब है कि दुनिया भर में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 50.76 लाख के पार हो गयी है.