Corona Vaccination Certificate: बता दें कि कोरोना वैक्सीनेशन के बाद कोरोना वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट दिया जाता है. सर्टिफिकेट से प्रधानमंत्री की तस्वीर को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने आपत्ति जताई है. टीएमसी के नेताओं ने चुनाव अधिकारियों से मिलकर नरेंद्र मोदी का फोटो हटवाने की मांग की है.
नई दिल्ली/ चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद चुनाव प्रचार को लेकर सख्ती बड़ा दी है. चुनाव आयोग ने स्वास्थ्य मंत्रालय को आदेश दिया है कि जिन राज्यों में चुनाव होने वाले है उन राज्यों में चुनाव आचार संहिता के नियमों के तहत कोरोना वैक्सिनेशन सर्टिफिकेट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोटो हटाया जाए. केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और असम में होने वाले विधानसभा चुनाव को मद्देनजर रखते हुए चुनाव आयोग ने यह फैसला लिया है. 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच इन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले है.
चुनाव आयोग ने कहा कि फोटो आचार संहिता का उल्लंघन करती हैं, और आदर्श आचार संहिता का स्तर एक स्तर को सुनिश्चित करना है, यह अनुचित प्रचार के रूप में गिना जा सकता है. चुनाव आयोग ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन की शिकायत पर मंत्रालय से जवाब मांगने के कुछ दिनों बाद कहा कि प्रमाणपत्रों के जरिए पीएम अपने पद और शक्तियों का गलत फायदा उठा रहे थे.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि टीकाकरण को चुनावों की घोषणा से पहले ही डिजाइन किया गया था. सर्टिफिकेट जारी योजना से पहले जारी किए गए थे और आदर्श आचार संहिता बाद में लागू हुई है.
इस बात पर संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने स्वास्थ्य मंत्रालय से केरल, असम, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी वैक्सीन के प्रमाणपत्रों से पीएम मोदी की तस्वीर हटाने को कहा है. मालूम हो कि इन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.
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