Corona Vaccination Approval in India: भारत सरकार विदेशी कोरोना वैक्सीनों को मंजूरी देने की प्रक्रिया तेज हो गई हैं. अब भारत के लोगों को वो सभी वैक्सीन मिलेंगी, जो पूरी दुनिया में लग रही हैं.
नई दिल्ली/ भारत में दिन प्रतिदिन कोरोना वायरस के नए-नए मामलों की पुष्टि हो रही हैं. रोजाना रिकॉर्ड टूटते जा रहे हैं. इसी बीच एक अच्छी खबर सामने आ रही हैं. कोरोना महामारी से निपटने के लिए डॉक्टरों के पास कई हथियार मिल गए है. कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार ने सोमवार को रूस की स्पूतनिक वी वैक्सीन को मंजूरी दी थी. सरकार ने आपात इस्तेमाल के लिए ही रूस वैक्सीन स्पूतनिक वी को मंजूरी दी हैं. भारत सरकार विदेशी कोरोना वैक्सीनों को मंजूरी देनी की प्रक्रिया तेज करने जा रही है. अब भारत के लोगों को वो सभी वैक्सीन मिलेंगी, जो पूरी दुनिया में लग रही हैं.
दरअसल दुनिया के किसी भी देश की सरकारी एजेंसी ने जिन वैक्सीन को अप्रूवल दे रखा है, उन सभी वैक्सीन को भारत सरकार ने भी मंजूरी दे दी है. इस वैक्सीन अप्रूवल की लिस्ट में कल भारत सरकार ने स्पूतनिक को मंजूरी दी है. सरकार ने फैसले ने फैसला किया कि विदेश में बनी उन वैक्सीनों को भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी जा सकती है, जिन्हे USFDA, EMA, UK MHRA, PMDA Japan द्वारा इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है या फिर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंजूरी दे रखी है. उन सभी को भारत में मंजूरी है.
बता दें कि जिन वैक्सीन को सरकार की तरफ से मंजूरी मिल चुकी है, उन वैक्सीन को 100 लोगों पर अगले सात दिनों के अंदर ट्रायल किया जाएगा और फिर वैक्सीनेशन प्रोग्राम में शामिल कर लिया जाएगा. इस समय भारत में भारत बायोटेक के कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोविशील्ड के इस्तेमाल को मंजूरी दी गई.
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को कुल 1,61,736 नए कोविड -19 मामले सामने आए हैं, जिसमें भारत के मामलों को 1,36,89,453 पर लाया गया है. पिछले 24 घंटों में 879 मौतें हुईं, मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,71,058 हो गई. कोरोना मरीजों की कुल संख्या 12,64,698 हो गई हैं. कुल संक्रमणों के 9.24 प्रतिशत के लिए सक्रिय मामलों की संख्या लगातार 34 वें दिन बढ़ी. देश में बीते 24 घंटो में कोरोना के 1,61,736 नए मामले सामने आए हैं. कोरोना ने 879 लोगों को अपना शिकार बना लिया. वहीं बीते दिन 97,168 लोग कोरोना को मात देकर ठीक भी हो गए. अब संक्रमित होनेवालों की संख्या ठीक होनेवाले से लगातार बढती जा रही है.