नई दिल्लीः दुनियाभर में कोरोना के मामले भले ही कम हो गए हैं, पर इसका जोखिम दुनियाभर में अब भी बना हुआ है। अमेरिका- इंग्लैंड सहित कई देशों में पिछले महीनों में संक्रमण के मामले बढ़ते हुए रिपोर्ट किए गए हैं। कोरोना के नए वैरिएंट्स के कारण अस्पतालों में मरीजों और मृतकों की संख्या बढ़ने […]
नई दिल्लीः दुनियाभर में कोरोना के मामले भले ही कम हो गए हैं, पर इसका जोखिम दुनियाभर में अब भी बना हुआ है। अमेरिका- इंग्लैंड सहित कई देशों में पिछले महीनों में संक्रमण के मामले बढ़ते हुए रिपोर्ट किए गए हैं। कोरोना के नए वैरिएंट्स के कारण अस्पतालों में मरीजों और मृतकों की संख्या बढ़ने की भी खबरें आती रही हैं। इस बीच हालिया रिपोर्ट में सिंगापुर में कोरोना के कारण हालात बिगड़ने की खबरें हैं। यहां कोरोना के दो नए वैरिएंट्स के कारण मामले बढ़े है।
सिंगापुर में कोरोना के दो नएं वेरिएंट सामने आए
सिंगापुर के निजी अखबारों से प्राप्त हो रही खबरों के मुताबिक देश में बढ़ते कोविड के मामलों के लिए मुख्य रूप से दो वैरिएंट्स ईजी.5 और इसके सब-वैरिएंट एचके.3 को प्रमुख कारण माना जा रहा है। ये दोनों ओमिक्रॉन एक्सबीबी के ही सब-वैरिएंट्स हैं।हाल के दिनों में संक्रमण के बढ़े केस में से करीब 75 फीसदी के लिए इन्हीं दो वैरिएंट्स को प्रमुख कारण के माना जा रहा है। कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि देश में जिस तरह से संक्रमण के मामलों में उछाल आई है ऐसे में आशंका है कि संक्रमण की नई लहर आ सकती हैं।
नए वैरिएंट की प्रकृति को जानिए
ईजी.5 और एचके.3 इन दो वैरिएंट्स को संक्रमण के बढ़ते मामलों का सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है। इन वैरिएंट्स की प्रकृति को समझने के लिए रिसर्च किया जा रहा है। नए वैरिएंट्स के जीनोम सीक्वेंसिंग से पता चला है कि एचके.3 डबल म्यूटेंट वैरिएंट है। एक्सबीबी .1.16 स्ट्रेन के मुकाबले इसके 95% अधिक तेजी से फैलने का जोखिम है। ओमिक्रॉन के दूसरे वैरिएंट्स की ही तरह इसके भी आसानी से शरीर को चकमा दे सकता है।