नई दिल्ली: शुक्रवार (1 दिसंबर) को COP28 विश्व जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन (CoP28 Climate Summit) के लिए पीएम नरेंद्र मोदी अन्य विश्व नेताओं के साथ दुबई में एकत्र हुए हैं। शिखर सम्मेलन शुरू होने पर पारंपरिक फैमिली फोटो के लिए नेताओं ने पोज दिया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी […]
नई दिल्ली: शुक्रवार (1 दिसंबर) को COP28 विश्व जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन (CoP28 Climate Summit) के लिए पीएम नरेंद्र मोदी अन्य विश्व नेताओं के साथ दुबई में एकत्र हुए हैं। शिखर सम्मेलन शुरू होने पर पारंपरिक फैमिली फोटो के लिए नेताओं ने पोज दिया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी और यूरोपीय संघ के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन सहित अन्य विश्व नेताओं के साथ बातचीत करते देखा गया। COP28 के इस कार्यक्रम में ब्रिटेन के राजा चार्ल्स तृतीय भी मौजूद रहे।
सम्मेलन (CoP28 Climate Summit) के उद्घाटन सत्र को पीएम मोदी ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीय की ओर से आपको मेरा नमस्कार। मैं आप सभी का आभार व्यक्त करूंगा। मेरे द्वारा उठाए गए क्लाइमेट जस्टिस, क्लाइमेट फाइनेंस और ग्रीन क्रेडिट जैसे विषयों को आपने निरंतर समर्थन दिया है। हम सभी के प्रयासों से ये विश्वास बढ़ा है कि विश्व कल्याण के लिए सबके हितों की सुरक्षा आवश्यक है, सबकी भागीदारी आवश्यक है।
पीएम ने कहा कि आज भारत ने दुनिया के सामने पारिस्थितिकी और अर्थव्यवस्था के बीच संतुलन का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है। भारत में दुनिया की 17% आबादी रहती है, इसके बावजूद वैश्विक कार्बन उत्सर्जन में इसका योगदान 4% से कम है। भारत दुनिया की उन कुछ अर्थव्यवस्थाओं में से एक है जो एनडीसी लक्ष्यों को पूरा करने की राह पर है।
पीएम ने आगे कहा कि भारत का लक्ष्य 2030 तक उत्सर्जन की तीव्रता को 45% तक कम करना है। हमने गैर-जीवाश्म ईंधन की हिस्सेदारी को 50% तक बढ़ाने का फैसला किया है। हम 2070 तक नेट जीरो के अपने लक्ष्य की ओर भी आगे बढ़ते रहेंगे।
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प्रधानमंत्री मोदी ने 2028 में भारत में COP33 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि भारत जलवायु परिवर्तन प्रक्रिया के लिए संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क के लिए प्रतिबद्ध है। इसीलिए, इस चरण से, मैं 2028 में भारत में COP33 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का प्रस्ताव करता हूं।