नई दिल्ली: जाति जनगणना के मुद्दे पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पूरी तरह से घिरी हुई है. मोदी सरकार को इस मुद्दे पर ना सिर्फ विपक्षी दलों का बल्कि सहयोगी दलों का भी दबाव झेलना पड़ रहा है. इस बीच हैदराबाद से सांसद और AIMIM पार्टी के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जाति जनगणना को […]
नई दिल्ली: जाति जनगणना के मुद्दे पर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पूरी तरह से घिरी हुई है. मोदी सरकार को इस मुद्दे पर ना सिर्फ विपक्षी दलों का बल्कि सहयोगी दलों का भी दबाव झेलना पड़ रहा है. इस बीच हैदराबाद से सांसद और AIMIM पार्टी के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जाति जनगणना को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि इस मुद्दे पर मेरा केंद्र सरकार को पूरा समर्थन है.
बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी की जाति जनगणना वाली मांग पर सोशल मीडिया पर लोग भड़क उठे हैं. कुछ लोगों का कहना है कि ओवैसी हिंदुओं को जातियों में बांटना चाहते हैं. वहीं कुछ लोग मुस्लिमों में भी जातीय जनगणना की मांग कर रहे हैं.
गौरतलब है कि इससे पहले लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के मुखिया और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी मोदी सरकार से जाति जनगणना करवाने की मांग की. उन्होंने कहा कि हमने हमेशा जातिगत जनगणना का समर्थन किया है. हमारी पार्टी चाहती है कि जाति जनगणना करवाई जाए. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कई बार केंद्र और राज्य सरकार ऐसी योजनाएं बनाती हैं जिसमें जाति को महत्व दिया जाता है. ऐसे में अगर सरकार के पास सभी जातियों की संख्या की जानकारी होगी तो उसे योजना बनाने और उसे प्रभावी ढंग से लागू करने में मदद मिलेगी.