नई दिल्ली: दिल्ली शराब घोटाला मामला नया नहीं है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहा है। आपको बता दें, हैदराबाद के चैरियट एडवरटाइजिंग (Chariot Advertising) के राजेश जोशी की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में एक और बड़ी गिरफ्तारी हुई है। ED ने आँध्र प्रदेश में YSRCP सांसद मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी […]
नई दिल्ली: दिल्ली शराब घोटाला मामला नया नहीं है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रहा है। आपको बता दें, हैदराबाद के चैरियट एडवरटाइजिंग (Chariot Advertising) के राजेश जोशी की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में एक और बड़ी गिरफ्तारी हुई है। ED ने आँध्र प्रदेश में YSRCP सांसद मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी के बेटे मगुंटा राघव को गिरफ्तार किया। बताया जाता है कि विज्ञापन कंपनी के निदेशक ने 2022 के गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी (आप) के अभियान का प्रबंधन किया था। इस मामले में चेरियॉट प्रोडक्शंस मीडिया प्राइवेट लिमिटेड (Cheriot Productions Media Pvt Ltd) के डायरेक्टर राजेश जोशी को गिरफ्तार किया गया था।
क्या है शराब घोटाले से तेलंगाना का कनेक्शन, जानिए 5 बड़ी बातें?
अरविंद केजरीवाल की सरकार ने दिल्ली में नई शराब नीति लागू की थी। इस नीति के लागू होने के बाद, दिल्ली में शराब कारोबारी ने ख़रीदारों को कम कीमतों पर शराब बेचना शुरू कर दिया। इस नीति के तहत CBI ने सरकार पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया था, जिसमें Deputy CM मनीष सिसोदिया पर आरोप लगाया गया। दिल्ली सरकार पर निजी कंपनियों को फायदा पहुँचाने के लिए घूस लेने का आरोप भी लगाया गया। इस मामले में LG वीके सक्सेना ने CBI जाँच के निर्देश दिए हैं। इसके बाद आप सरकार को अपनी विवादों से भरी शराब नीति वापस लेनी पड़ी।
आपको बता दें, CBI ने पहले शराब घोटाले में हैदराबाद के चार्टर्ड अकाउंटेंट बुचिबाबू गोरंतला को गिरफ्तार किया था क्योंकि कहा जाता था कि उन्होंने दिल्ली शराब नीति के निर्माण और उसे लागू करवाने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके साथ ही, हैदराबाद के थोक और खुदरा लाइसेंसधारियों और उनके लाभार्थी मालिकों को अनुचित लाभ पहुँचाने का भी आरोप लगाया गया था। गोरंटला ने पहले तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी कविता के साथ काम किया था। CBI के मुताबिक, कविता ‘सदर्न ग्रुप’ से जुड़ी हुई थी, जिसने एक लॉबी ग्रुप के साथ मिलकर दिल्ली की शराब पॉलिसी में बदलाव कर इस बड़े घोटाले को अंजाम दिया।
बताया जाता है कि CBI ने राघव को आँध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले से गिरफ्तार किया था। राघव पर पूरे शराब कांड की योजना बनाने में भूमिका निभाने का आरोप है। कहा जाता है कि उन्होंने आँध्र की जाँच में भी सहयोग नहीं किया। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई। गर्दिश कर रही खबरों के मुताबिक़, शराब घोटाले की योजना बनाने से लेकर मोटा मुनाफा कमाने तक राघव की भूमिका अहम थी। इस पूरे घोटाले में राघव अकेले नहीं हैं। शराब घोटाले को लेकर कई नेताओं के नाम सामने आ चुके हैं।
बताते चलें, राघव से पहले शराब घोटाले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के बेटी के. कविता का नाम भी सामने आया। इस मामले में कविता का नाम जुड़ने के बाद पिछले साल दिसंबर में उनसे पूछताछ की गई थी। ED ने आरोप लगाया कि कविता साउथ ग्रुप का हिस्सा थीं और उन्हें रिश्वत से फायदा भी हुआ था। ED के आरोपों के मुताबिक़, दिल्ली सरकार की तरफ नई शराब नीति लागू किए जाने के बाद से कविता दिल्ली में शराब के कारोबार से भी जुड़ी हुई थी। बताया जाता है कि इंडो स्पिरिट्स फर्म की मालिक, कविता, राघव मगुन्टा, अभिषेक बोइनपल्ली और बुच्ची बाबू से मिलीभगत थी।
ED की वित्तीय जाँच एजेंसी ने चार्जशीट में आम आदमी पार्टी पर तो आरोप लगाया ही है। साथ ही मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी कविता पर आरोप लगाया है। आपको बता दें, के कविता तेलंगाना में अपने पिता की टीआरएस पार्टी की एमएलसी हैं। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट की मानें तो कविता पर आरोप हैं कि उन्होंने कुछ लोगों के साथ मिलकर आप के विजय नायर को करीब 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी। उन लोगों में राघव मगुन्टा, एमएस रेड्डी और सारथ रेड्डी के नाम बताए जाते हैं।