नई दिल्ली। चार साल साल पुराने मानहानि के एक मामले में सूरत कोर्ट ने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष को सजा सुनाए जाने पर कांग्रेस पार्टी में रोष है। पार्टी ने इस मामले पर कानूनी लड़ाई लड़ने के साथ ही बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाने का […]
नई दिल्ली। चार साल साल पुराने मानहानि के एक मामले में सूरत कोर्ट ने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष को सजा सुनाए जाने पर कांग्रेस पार्टी में रोष है। पार्टी ने इस मामले पर कानूनी लड़ाई लड़ने के साथ ही बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाने का फैसला किया है। कांग्रेस राहुल गांधी की सजा के खिलाफ सड़क पर उतरेगी और विरोध-प्रदर्शन करेगी। इसके साथ ही अन्य विपक्षी पार्टियों के नेताओं के साथ कांग्रेस नेता आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे।
सूरत कोर्ट ने गुरुवार को जब राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई, उसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और सांसदों की एक बैठक हुई। करीब दो घंटे तक चली इस बैठक में विचार-विमर्श के बाद इस मामले को लेकर जनता के बीच जाने का फैसला किया गया। कांग्रेस अब अदालत के फैसले के विरोध में बड़ा जन आंदोलन करेगी। वह इस मामले को न सिर्फ कानूनी रूप से बल्कि राजनीतिक रूप से भी लड़ेगी।
खड़गे के आवास पर हुई बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि शुक्रवार सुबह 10 बजे सभी विपक्षी दलों के सांसदों की एक बैठक होगी। इसके बाद सुबह 11:30 बजे से दोपहर 12 बजे तक सभी विपक्षी पार्टियां विरोध करने के लिए संसद भवन से विजय चौक तक पैदल मार्च करेंगी। उन्होंने कहा कि हम इस मामले को राष्ट्रपति के समक्ष भी उठाएंगे। हमने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात का समय मांगा है।
बता दें कि, इससे पहले गुरुवार को चार साल पुराने मानहानि से जुड़े एक मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सूरत कोर्ट ने दोषी करार दिया। कोर्ट ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष को 2 साल की सजा सुनाई और 15 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया। इसके कुछ ही देर बाद अदालत ने उन्हें 30 दिन के लिए जमानत दे दी। राहुल गांधी की सजा पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि डरी हुई सत्ता की पूरी मशीनरी साम, दाम, दंड, भेद लगाकर राहुल गांधी जी की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। मेरे भाई न कभी डरे हैं और न कभी डरेंगे। वह हमेशा सच बोलते हुए जिये हैं और सच बोलते रहेंगे। भारत की जनता की आवाज उठाते रहेंगे। सच्चाई की ताकत और करोड़ों देशवासियों का प्यार उनके साथ है।
राहुल गांधी गुरुवार को सूरत कोर्ट के सामने पेश हुए, इस दौरान उन्होंने कहा कि, मैंने जो कहा था उसका कोई गलत इरादा नहीं था। बल्कि इस बयान को एक राजनेता के तौर पर देखा जाना चाहिए। मैं हमेशा देश में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाता रहा हूं। वहीं सजा सुनाए जाने से पहले राहुल गांधी के वकील ने जज से अपील की कि उनके बयान से किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा हैं। ऐसे में इस मामले में कम से कम सजा सुनाई जाए। जबकि, शिकायतकर्ता पूर्णेश मोदी ने इस मामले में राहुल गांधी को अधिकतम सजा और जुर्माना देने की मांग की है। राहुल गांधी के वकील ने कहा कि मामले पर दो साल की सजा सुनाई गई है। इसके अलावा कोर्ट से उन्हें 30 दिन की जमानत भी मिल गई है। वह इस फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में जा सकते हैं।
गौरतलब है कि, राहुल गांधी ने 2019 के आम चुनावों से पहले कर्नाटक के कोलार में आयोजित जनसभा में मोदी सरनेम को लेकर एक टिप्पणी की थी जिसके बाद उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। राहुल गांधी ने कहा था कि क्यों सभी चोरों का उपनाम मोदी ही होता है ? राहुल गांधी की इस टिप्पणी के बाद भारतीय जनता पार्टी के विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पुरनेश मोदी ने कोर्ट में याचिका दायर की थी। मामले पर राहुल गांधी के वकील कीरिट पानवाला ने बताया कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एचएच वर्मा की अदालत ने पिछले हफ्ते दोनों पक्षों की दलीलों की अंतिम सुनवाई की थी और फैसला सुनाने के लिए 23 मार्च की तारीख तय की थी।
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