भोपाल। भारत जोड़ो यात्रा के तहत अब राहुल गांधी का काफिला मध्यप्रदेश पुहंच चुका है। यहाँ पहुंचने का बाद बुरहानपुर में राहुल ने सभा को संबोधित भी किया। क्या भारत को जोड़ने निकले राहुल गांधी कांग्रेस को टूट से बचाने में नाकाम नज़र आ रहे हैं? फलस्वरुप क्या वह भारत जोड़ो यात्रा के तहत जो […]
भोपाल। भारत जोड़ो यात्रा के तहत अब राहुल गांधी का काफिला मध्यप्रदेश पुहंच चुका है। यहाँ पहुंचने का बाद बुरहानपुर में राहुल ने सभा को संबोधित भी किया। क्या भारत को जोड़ने निकले राहुल गांधी कांग्रेस को टूट से बचाने में नाकाम नज़र आ रहे हैं? फलस्वरुप क्या वह भारत जोड़ो यात्रा के तहत जो परिणाम हासिल करना चाहते हैं वह प्राप्त होंगे भी या नहीं
राहुल गांधी के बुरहानपुर आगमन को लेकर शहर भर में बड़े-बड़े पोस्टर एवं बैनर लगाए गए, इन बैनरों में ही गुटबाजी देखने को मिल रही थी तो सोंचिए ज़मीनी स्तर पर यह गुटबाजी कितनी सशक्त होगी। हम आपको बता दें की निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा इस यात्रा के प्रभारी के रूप में चुने गए थे। सुरेंद्र सिंह शेरा द्वारा लगाए गए पोस्टरों में कई बड़े कांग्रेसी नेताओं के फोटो नदारद थे. वहीं कांग्रेस के जिला अध्यक्ष द्वारा लगाए गए पोस्टरों में सुरेंद्र सिंह शेरा नदारद नज़र आए।
इन क्रियाकलापों से स्पष्ट हो जाता है कि, मध्य प्रदेश में कांग्रेस के भीतर टूट फूट का सिलसिला अभी भी जारी है। इतना ही नही जो वार पोस्टरों मे दिखाई दे रही है तो उसकी ज़मीनी हक़ीकत आख़िर क्या होगी?
बुरहानपुर में जनसभा के दौरान राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं अपने पुराने बाग़ी मित्र ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी निशाना साधा है। उन्होने सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि, भाजपा ने एमपी में 25 भ्रष्ट विधायकों की मदद से सरकार बनाई है, साथ ही राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि, संघ एवं भाजपा सभी सेक्टर्स में अपने ही लोगों को भर रही है, बेरोज़गार युवा सड़कों पर घूम रहे हैं, साथ ही राहुल ने अग्निवीर भर्ती पर निशाना साधते हुए कहा कि, पहले तिरंगे की रक्षा करने वालों को जीवन भर नौकरी दी जाती थी लेकिन मोदी सरकार में तिरंगे की सेवा करने वालों को मात्र छह महीने की ट्रेनिंग दी जाती है और चार साल बाद उन्हे घर पर बैठा दिया जाता है।