नई दिल्ली। इंडिया गठबंधन की हालिया बैठक में यह तय किया गया कि 2024 लोकसभा चुनाव के लिए शीट-शेयरिंग पर बातचीत जल्द से जल्द होगी। दिल्ली में हुई बैठक में ये तय किया गया कि शीट-शेयरिंग पर सभी दलों का सहमत होना जरूरी है। हालांकि, कांग्रेस के लिए सीटों का बंटवारा करना टेढ़ी खीर साबित […]
नई दिल्ली। इंडिया गठबंधन की हालिया बैठक में यह तय किया गया कि 2024 लोकसभा चुनाव के लिए शीट-शेयरिंग पर बातचीत जल्द से जल्द होगी। दिल्ली में हुई बैठक में ये तय किया गया कि शीट-शेयरिंग पर सभी दलों का सहमत होना जरूरी है। हालांकि, कांग्रेस के लिए सीटों का बंटवारा करना टेढ़ी खीर साबित हो सकता है। इसके पीछे का सबसे बड़ा कारण ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल करने की उसकी खुद की लालसा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी इस बात को कह चुकी हैं कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) राज्य में अकेले चुनाव लड़ सकती है। ऐसा लग रहा है कि कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की मुश्किलें सीट बंटवारे को लेकर बढ़ने वाली हैं।
ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि टीएमसी 2024 का लोकसभा चुनाव राज्य में अकेले लड़ेगी, वहीं वह इंडिया ब्लॉक में राष्ट्रीय स्तर पर मौजूद रहेगी। प्रदेश में चुनावी अभियान की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन देशभर में रहेगा। पश्चिम बंगाल में टीएमसी चुनाव लड़ेगी और भाजपा को हराएगी। केवल टीएमसी ही वो पार्टी है, जो भाजपा को सबक सिखा सकती है।
ममता के बयान से ये तो साफ हो गया कि राज्य में इंडिया गठबंधन के साथ सीट-शेयरिंग पर किसी तरह का कोई समझौता नहीं होगा। अगर बात करें 2019 के लोकसभा चुनाव की तो पश्चिम बंगाल के लिए कांग्रेस के ज्यादातर नेताओं ने सीपीआई-एम के साथ गठबंधन की बात कही थी। मगर कांग्रेस ने अकेले चुनाव लड़ा और 42 सीटों में से केवल 2 पर जीत हासिल की, वहीं टीएमसी ने 22 सीटें जीतीं।